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10 जनवरी 2012


नमस्कार दोस्तों,

आपको यह बताते हुए खुशी का अनुभव कर रहा हूँ कि मेरी एक बहुप्रतीक्षित वीडियो ट्यूटोरियल की श्रंखला प्रारंभ हो गयी है, इसको नाम दिया गया है " Yogi's guide to C++" यानि "योगी की सी++ गाइड" मेरी अन्य वीडियो पुस्तक की तरह ही यह भी हिन्दी में ही है|

यह वीडियो श्रंखला उन सभी विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद है जिनके सिलेबस में सी++ शामिल है, जैसे कि इंटरमीडिएट के छात्र, इंजीनियरिंग के छात्र तथा कंप्यूटर साइंस अथवा  इन्फोर्मेशन टेक्नॉलोजी के बेचलर तथा मास्टर कोर्स के छात्र इत्यादि|

तो देर कैसी देखिये मेरी इस श्रंखला का यह पहला वीडियो और प्रारंभ कीजिए सी++ सीखना आज से ही-


इस वीडियो को तो आप देख ही चुके हैं तथा समझ भी गए होंगे कि मैं आपको कैसे सिखाऊँगा, वैसे यदि आप मेरे विद्यार्थी हैं यानि कि यदि आप मेरी पहली वीडियो पुस्तक "My First Interaction with C programming" ले चुके हैं तो आप जानते ही होंगे कि इन वीडियो से सीखना कितना आसान होता है|

इस श्रंखला की कीमत रखी गयी है मात्र 350/- रु., जहाँ आज की तारीख में सी++ सिखाने के लिए कोचिंग सेंटर कम से कम 1000/- रु. लेते हैं वहाँ मेरी यह श्रंखला आपकी जेब को थोड़ी राहत प्रदान करेगी| साथ ही इस श्रंखला में आपको वीडियो के साथ साथ कुछ ऐसा मैटेरियल मिलेगा जो सीखने में आपकी मदद करेगा जैसे कि आपके द्वारा पूछे जाने वाले सभी सवालों के जबाब तथा पुराने प्रश्न पत्रों के हल|

मुझे पूरी उम्मीद है आप मेरी इस श्रंखला को भी उतना ही पसंद करेंगे जितना आपने मेरी पिछली वीडियो पुस्तक को पसंद किया था, यदि आप मेरी इस श्रंखला का हिस्सा बनाना चाहते हैं तो संपर्क कीजिये 9022419053 पर अथवा learnywatch@gmail.com पर|

अगले एक सप्ताह तक आप मेरे वीडियो मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं उसके लिए आप अपना ई-मेल एड्रेस 9022419053 अथवा learnywatch@gmail.com पर भेज दीजिए|

30 जुलाई 2011

हिंदी में कमाई का फुल प्रूफ प्लान

मित्रों मेरी इस धन कमाने से सम्बंधित सीरीज में कहीं भी यह लेख लिखना शामिल नहीं था क्यूंकि मैं सिर्फ कमाने से सम्बंधित लेखों पर ही ध्यान देना चाहता था, जिसके लिए मैंने कुछ मिश्रित प्लान किया है और आज वही आपके सामने प्रस्तुत करने की बारी थी, पर आप लोगों के ई-मेल, फोन तथा कमेंटों ने मेरे ऊपर एक तरह का दबाब बना दिया है और वह दबाब है "हिन्दी की सेवा"

मुझे पहली बार पता चला की इतनी बड़ी संख्या में लोग हिन्दी की सेवा करना चाहते हैं, इसलिए आज प्रस्तुत है हिन्दी में सेवा तथा कमाई करने का फुल प्रूफ प्लान यह प्लान कभी फेल नहीं हो सकता ऐसा मेरा मानना है, तो देर किस बात की आइये देखते हैं की प्लान क्या है?

मित्रों कुछ बातें हर हिन्दी दिवस पर सुनता हूँ, आपने भी सुनी होंगी
  1. शर्म आनी चाहिए हिन्दी की सेवा का दम भरने वाली संस्थाओं को,
  2. क्या हिन्दी सिर्फ हिन्दी दिवस तक ही सीमित रहनी चाहिए, क्या अन्य दिनों में हिन्दी में कार्य नहीं किया जा सकता,
  3. इन फ़िल्मी सितारों की फिल्मों का बहिष्कार कर देना चाहिए क्यूंकि ये हिन्दी बोलना ही नहीं जानते (कलाकारों के नाम में नहीं लूँगा, उसके लिए आप हिन्दी दिवस के लेखों को ढूंढिए)
  4. क्या यही है हिन्दी अखबार, जिसमे आधे से ज्यादा शब्द इंग्लिश में होते हैं?
ऐसे लेखों से में नफरत करता हूँ, क्यूंकि ये सिर्फ लेख होते हैं इनसे कुछ किया नहीं जा सकता हो सकता है कि ऐसे लेख लिखने वाले लेखकों के पास हिन्दी का भला करने के लिए कोई आइडिया ना हो, पर क्या सच में ऐसा हो सकता है कि आपके दिल में कुछ करने की भावना हो और रास्ता ना मिले?

हिन्दी दिवस से कुछ याद आया, तब ब्लोगिंग में ज्यादा सक्रीय नहीं था अतः आज आप सभी के साथ शेयर कर देता हूँ
हिन्दी दिवस के अवसर पर मेरे ऑफिस में आयोजित प्रतियोगिताएं में मैंने भी कुछ जीता :)

इसलिए मैं आज लाया हूँ आपके पास कुछ ऐसा जिसके जरिये आप ना सिर्फ हिन्दी की सेवा कर सकते हैं बल्कि कमा भी सकते हैं और उम्मीद है इस लेख को पूरा पढने पर आपके दिमाग में ये तो साफ हो जाये कि हिन्दी सेवा के लिए क्या करना है, पर एक नई समस्या आ जाये कि ये कैसे करना है, पर आप चिंता ना करें यदि आप चाहें तो मैं आपकी मदद करूंगा :)

पहले आपको कुछ सबूत देता हूँ जिससे आपको पता चले कि मैं जो कह रहा हूँ वह सच है, यह है मेरे यू-ट्यूब के चैनल की रिपोर्ट-

वैसे तो इस रिपोर्ट में कुछ ज्यादा समझाने लायक बात नहीं है पर कुछ बातें इसमें नोट करने लायक हैं-
  • यूट्यूब पार्टनरशिप 14 फरवरी 2011 को मिली और यह रिपोर्ट 27 जुलाई 2011 तक की है, यानि कि यह रिपोर्ट 5 माह 12 दिन की है, 
  • इतने दिनों की कुल आय $48 है, यानि कि 2,121.60 रु., यानि कि प्रतिदिन 14 रु.
  • हिन्दी के वीडियो होने के बाद भी यू. एस. से $२०  की आय हुई है :) जो एक अच्छा संकेत है,
  • सबसे आख़िरी वीडियो जो इस लिस्ट में दिख रहा है उसमे मैंने जानबूझ कर computer की स्पेलिंग गलत लिखी है, पर फिर भी उस वीडियो से $1 की आय हुई है, जबकि यह वीडियो गलत स्पेलिंग की वजह से यूट्यूब तथा गूगल में सर्च में नहीं आएगा
आप ही सोचिये कि जब मेरे मात्र 42 वीडियो जिनकी कुल लम्बाई मात्र 85 मिनट है और पूरी तरह से हिन्दी में हैं, यू-ट्यूब पर औसतन प्रतिदिन 14 रु. की आय कर रहे हैं तो यदि कुल 15 घंटे के वीडियो यूट्यूब पर अपलोड कर दें तो प्रतिदिन 150 रु. की आय यानि 4500 रु. प्रतिमाह की आय कहीं नहीं गई :)
यहाँ पर गौर करने लायक बात यह है कि 1 घंटे के वीडियो बनाने में कुल छह घंटे का समय लगता है, और पंद्रह घंटे के वीडियो बनाने में एक आम व्यक्ति को अपने ऑफिस के काम के बाद करीब दो माह का समय लगेगा, सिर्फ दो माह काम करके यदि 4500 रु. प्रति माह की आय निश्चित हो जाये तो यह कोई बुरा सौदा नहीं है 

इस के लिए आपको क्या करना है?

चरण १:  किसी भी विषय पर शिक्षाप्रद वीडियो (शिक्षाप्रद वीडियो के बारे में मेरे पास कुछ ऐसे आइडिया हैं जो सिर्फ गृहणियों के लिए ही हैं, यदि आप में से कोई बनाना चाहे तो कमेन्ट में मुझे बताएं, एक पूरा लेख सिर्फ इसी बिषय पर लिखने की कोशिश करूंगा) हिन्दी में बनाना शुरू कर दें, यकीन मानिए यह बहुत आसान तो नहीं है पर बहुत कठिन भी नहीं है, (यदि आप वीडियो बनाना सीखना चाहते हैं तो आप मुझे बताइए, आई.आई.टी. मुम्बई में आपको इसकी ट्रेनिंग दिला सकता हूँ) एक घंटे के वीडियो बनाने के बाद-

चरण २: एक वेबसाईट बना लें (इंग्लिश में), यदि एक पेज भी होगा तो भी चलेगा क्यूंकि आपको सिर्फ गूगल एडसेंस अकाउंट खोलना है, पहले कोशिश करें एक ब्लॉग बनाने का जिस पर पांच-छह इंग्लिश के लेख लिख दें और गूगल एडसेंस के लिए एप्लाई कर दें, आपको एडसेंस अकाउंट मिल जायेगा, बस उसके बाद ब्लॉग को ऐसा ही बना रहने दें

चरण ३: यूट्यूब पर अपने सभी वीडिओ अपलोड कर दें, और 10000 अवलोकन (view) होने का इंतज़ार करें, जिस दिन 10,000 बार आपके वीडियो देखे जा चुके हों उस दिन यू-ट्यूब पार्टनरशिप के लिए आवेदन कर दें, इसके लिए आपके पास गूगल एडसेंस अकाउंट होना जरूरी है जिसके लिए आपको चरण २ पूरा करना होगा

चरण ४: चाहें तो आराम करें चाहें और वीडियो बना कर यू-ट्यूब पर डालते रहें, सिर्फ गूगल एडसेंस अकाउंट के साथ ज्यादा छेड़खानी ना करें क्यूंकि जिस दिन आपका गूगल अकाउंट गया उस दिन यू-ट्यूब पार्टनरशिप भी गयी :(

मित्रो मैंने आपको इस लेख में बहुत सी बातें बता दीं हैं, हो सकता है आपको अब तक कमाई करने का तरीका समझ में आ गया होगा, पर कुछ सवाल भी आपके दिमाग में घूम रहे होंगे, उनको अपने दिमाग में ज्यादा देर तक घूमने ना दें, कमेन्ट में लिखें, आपके सवाल का उत्तर देने का प्रयत्न करूंगा

schadenfreude the crispy garnish that tastes just like its name 

एक बात उन लोगों को जिनके ई-मेल मेरे पास आये थे
जिस तरह की भावनाओं के साथ आपने अपने ई-मेल मेरे पास भेजे थे, उन भावनाओं को देख कर तो यही लग रहा था कि आप हिन्दी सेवा के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हैं, आप लोगों ने लिखा था कि कितनी भी मेहनत करने के लिए तैयार हैं, मैं देखना चाहता हूँ कि लोग सिर्फ बोलना ही जानते हैं या करने की भी हिम्मत रखते हैं, आपको हर संभव मदद दूंगा, इसलिए आई.आई.टी. में प्रोफ़ेसर से बात भी कर ली है और वो वीडियो बनाना सिखाने के लिए वर्कशॉप कराने के लिए तैयार हैं, आप एक कदम उठाइये सफलता आपकी तरफ दो कदम उठायेगी, मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं
<- आंकड़े बोलते हैं, ब्लोगिंग से कमाई      ^ब्लोगिंग से कमाई, मैं तैयार हूँ, आप?

28 जुलाई 2011

आंकड़े बोलते हैं - ब्लॉग से कमाई

आप लोग अभी तक मेरे दो लेख "ब्लोगिंग से कमाई, मैं तैयार हूँ, आप?" तथा "ब्लोगिंग से कमाई" पढ़ चुके हैं, उन दोनों लेखों में मैंने आपको खूब सपने दिखाए, आपको भरोसा दिलाया की आप भी कमा सकते हैं, और मुझे बहुत खुशी है कि कई लोगों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है,
इस सीरीज के मेरे पहले लेख के प्रकाशित होने के बाद मुझे लगातार फोन तथा ई-मेल आ रहे हैं, कुछ लोग मेरे साथ आने की इच्छा दिखा रहे हैं तथा कुछ लोग अपने अनुभव मेरे साथ बाँट रहे हैं :)

आज मैं आपके समक्ष कुछ आंकड़े प्रस्तुत करूंगा जिससे आपको -
  1. मेरी बातों पर विश्वास हो जाये,
  2. पता चल जाये कि आपको कितना धैर्य रखना है,
  3. आप इन आंकड़ों के आधार पर सही दिशा में आगे बढ़ सके

एडसेंस से मुझे अब तक $100.69 यानि कि रू. 4441.94 की आय हो चुकी है, यह चित्र पिछले माह का है, इसके बाद पेमेंट भेज दिया गया और वापस मेरे अकाउंट में इस माह $12.41 की आमदनी हो चुकी है

कैसे शुरू हुआ यह सब? 
सबसे पहले फरवरी 2009 में मैंने वेबसाईट बनाई http://www.learnbywatch.com जिसे बनाने में मुझे लगभग एक माह का समय लगा, उसके बाद अक्टूबर 2009 में गूगल एडसेंस के लिए आवेदन किया और आवेदन मान लिया गया, तो आपने जो ऊपर की कमाई देखी हैं वो अक्टूबर 2009 से जून 2011 तक की है, किये गए कार्य तथा कमाई का सम्बन्ध आपको मैं नीचे दिए गए ग्राफ में दिखा रहा हूँ

अब जरा इस ग्राफ को समझते हैं, नीले रंग की रेखा कमाई दिखा रही है जो कि डॉलर में है तथा लाल रंग की रेखा दिखा रही है इस कार्य को दिया गया समय ( प्रतिदिन / घंटा ), तो जैसा कि आप देख रहे हैं,
  1. लगातार आठ माह तक प्रतिदिन चार घंटे कार्य किया (यह वेबसाईट को बनाने का कार्य है, क्यूंकि उस समय तक मुझे बेहतरीन वेबसाईट बनानी नहीं आतीं थीं, अब तो मेरे विद्यार्थी भी वेबसाईट को सिर्फ कुछ घंटों में बना कर तैयार कर देते हैं
  2. आठवा माह जहाँ से नीली रेखा प्रारंभ होती है वह है जब एडसेंस अकाउंट एक्टिव हुआ था (अब गूगल अकाउंट को एक्टिव करवाने में अधिकतम 7 दिन का समय लगता है) 
  3. तेरहवां माह जो आप देख रहे हैं जहाँ पर नीली रेखा ने $2 की आमदनी को पार नहीं किया था, यह वो समय है जब तक मुझे सर्च इंजन की कार्य प्रणाली के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी, जिसको दूर किया तथा चौदहवें माह से आप खुद ही देख सकते हैं कि फिर आमदनी $2 से नीचे आई ही नहीं :)
  4. 23वां माह जहाँ आपको दिखाई दे रहा है कि 4 घंटे प्रतिदिन कार्य किया यह वो समय है जब "अपना ब्लॉग" को बनाया, तथा इसी माह में यूट्यूब की पार्टनरशिप मिल गयी :) जिसके बाद आप देख ही रहे हैं किसी भी माह में $8 से कम की आय नहीं हुई है :)
  5. इस ग्राफ में गौर कीजिये कि मैं अब सिर्फ प्रतिदिन मात्र आधा घंटा इन कार्यों को देता हूँ, पर आय में उसकी वजह से कोई कमी नहीं है 
उम्मीद है ग्राफ आपको समझ में आ गया होगा, कुछ और आंकड़े बताते हैं, कि
  • LBW यानि learnbywatch.com पर अभी तक कुल 20,700 बार गूगल एडसेंस के द्वारा एड दिखाए गए हैं, कुल 289 क्लिक हुए जिनसे $24.91 की आय हुई है, तथा 
  • apnablog.co.in पर अभी तक कुल 65,094 बार गूगल के द्वारा एड दिखाए गए हैं, कुल 36 क्लिक हुए हैं जिनसे कुल $3.81 की आय हुई है 
यहाँ पर एक बात गौर करने लायक है "अपना ब्लॉग" पूरी तरह से हिन्दी में है, LBW दोनों भाषाओं में है पर उस पर ब्लॉग सिर्फ हिन्दी में है, इससे निष्कर्ष निकलता है कि हिन्दी में भी गूगल एडसेंस पूरी तरह कार्य करता है सिर्फ अच्छी तरह से इम्प्लीमेंट करना आना चाहिए :)

"अपना ब्लॉग" पर दूसरी वेबसाईट के मुकाबले तीन गुना ज्यादा बार गूगल ने एड दिखाए पर उस पर क्लिक दूसरी वेबसाईट के मुकाबले आठ गुना कम हुए हैं कारण-
  • अधिकतर ब्लोगर एड पर क्लिक नहीं करते (शायद उनके लायक कोई एड आता ही नहीं)
  • ज्यादा से ज्यादा 1000 ब्लोगर हैं जो सक्रिय हैं
  • कुछ ब्लोगर एड ब्लोकर का प्रयोग करते हैं
अपना ब्लॉग पर आज की तारीख में 1,00,000 से ज्यादा लेख हैं, और LBW पर मात्र 30 फिर भी LBW से ज्यादा आमदनी हो रही है जबकि "अपना ब्लॉग" का अपना खर्चा निकालना भी मुश्किल हो रहा है क्यूंकि-
  • ब्लोगर सिर्फ पहले पन्ने पर ही जाते हैं (ऐसा मुझे गूगल एनालिटिक्स के आंकड़े देख कर पता चला है), और अधिकतर को विषय वस्तु से सम्बन्ध नहीं है, सिर्फ नया लेख पढना (अथवा देखना) है और उस पर टिप्पणी देनी है क्यूंकि उससे उनके लेख पर टिप्पणी आयेगी और एक आत्म-संतुष्टी मिलेगी
अपना ब्लॉग पर प्रतिदिन 100 के औसत से विजिट होते हैं, जबकि LBW पर मात्र ३० के औसत से फिर भी आय में इतना अंतर है क्यूंकि-
  • LBW के टार्गेट यूजर सिर्फ भारत में ही लाखों में हैं और गूगल सर्च से स्वतः ही उस पर आते हैं, पिछले छः माह से LBW पर मैंने लोगिन तक नहीं किया है (सही आंकड़े जुटाने के लिए) और प्रतिदिन 30 के औसत से अच्छी गुणवत्ता वाला ट्रैफिक LBW पर आता है,
  • अपना ब्लॉग पर वही गिने चुने 1000 लोग में से 100 लोग विजिट कर लेते हैं यानि सही गुणवत्ता का ट्रेफिक अपना ब्लॉग की तरफ रुख नहीं कर रहा है 
  • सच यह है कि LBW कई लोगों की जरूरत है जबकि "अपना ब्लॉग" शायद किसी की नहीं
अभी तक हुआ कुल खर्चा-
  • LBW पर - 3200/- रु. मात्र
  • अपना ब्लॉग पर - 1500/- रु. मात्र 
हालांकि अब अपना ब्लॉग को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रतिबर्ष लगभग 60,000 रु. की आवश्यकता है, क्यूंकि उस पर लेख बहुत ज्यादा हो चुके हैं तथा एग्रीगेशन को बहुत प्रोसेसिंग की आवश्यकता होती है, मुझे दो बार होस्टिंग कंपनी से नोटिस मिल चूका है और अगला नोटिस नहीं मिलेगा सीधे वेबसाईट को बंद कर दिया जायेगा :(

मित्रो जो आपने ऊपर आंकड़े तथा आय देखी है वह सिर्फ गूगल एडसेंस से होने वाली देखी है, इसमें मैंने कई चीजें शामिल नहीं कीं जैसे कि प्रसिद्धि, कई ऐसी चीजों का ज्ञान जो अन्यथा नहीं हो पाता, तथा आप लोगों की मदद इसके आलावा मेरी प्रोग्रम्मिंग की वीडिओ सी.डी. जिसकी कीमत 580 रु. है, प्रतिमाह मेरे विद्यार्थियों की संख्या में 100 के लगभग की बढ़ोत्तरी हो जाती है)

मैंने सभी आंकड़े आपके समक्ष प्रस्तुत कर दिए हैं जिससे आप आगे की योजना निर्धारित कर सकें, इन आंकड़ों से मैं इन निष्कर्ष पर पहुंचा हूँ कि-
  • ऐसा ब्लॉग अथवा वेबसाईट बनाओ जो कि अधिक से अधिक लोगों की जरूरत पूरी करती हो
  • वेबसाईट / ब्लॉग को कठोरता के साथ सर्च इंजन के लायक बनाओ
  • वेबसाईट/ब्लॉग को यूजर फ्रैंडली बनाओ, जो एक बार आये तीन चार मिनट से पहले जा ना पाए तथा बार बार आये
मैं चाहता हूँ कि इन आंकड़ों के आधार पर आप किस निष्कर्ष पर पहुंचे यह कमेन्ट में लिखें, जिससे बेहतर निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके

पिछले लेख में मैंने "अभी क्या करें" सेक्शन में आपको कुछ करने के लिए कहा था, यदि आपने वह कार्य कर लिया हो तो 

अभी क्या करें-
  1. आपने जो वेबसाईट की लिस्ट तैयार की थी सोचिये कि वह कितने लोगों की जरूरत पूरी करती है, क्या वह सर्च इंजन पर आती है (वेबसाईट का नाम नहीं डालना है, बल्कि ऐसा कोई शब्द डालना है जिसको आप साधारणतया खोजने के लिए प्रयुक्त करते), तथा यदि आप उस वेबसाईट पर जाते हैं तो आप कितनी देर तक उस पर रुके रहते हैं
  2. अब सोचिये कि आपके दिमाग में जो आइडिया है वह कैसे इन तीनों बिन्दुओं पर खरा उतर पायेगा
यदि आपको कोई दिक्कत हो रही है तो कोई बात नहीं, क्यूंकि मैं बहुत जल्द अपने प्रोजेक्ट प्रस्तुत करूंगा जो इन बिन्दुओं पर पूरी तरह खरे उतर रहे होंगे, ठीक वैसे ही आप भी ऐसा कर सकते हैं
<--ब्लोगिंग से कमाई                          पहला प्रष्ठ^

      25 जुलाई 2011

      ब्लोगिंग से कमाई

      तो बात चल रही थी कमाने की, क्या आप कमाना चाहते हैं? बिलकुल! अच्छा है.. बहुत अच्छा है कमाना ही चाहिए, पर असली सवाल यह है की कितना कमाना चाहते हैं?

      यकीन मानिए लोग इतना कमा रहे हैं जितना आपके आस पास कोई भी नहीं कमा रहा है, पर क्या आप कमा सकते हैं? हाँ, बिलकुल कमा सकते हैं, पर जल्दी नहीं उसके लिए समय चाहिए, जो लोग इंटरनेट से कमा रहे हैं वो लोग आज से नहीं कमा रहे हैं बल्कि उन्होंने बहुत समय पहले कमाना शुरू किया था तब वो लोग मात्र 10 रु. प्रतिमाह कमा रहे थे, पर आज वो लोग इतना कमा रहे हैं जितना गिना नहीं जा सकता|
      मैं मेरा उदाहरण देना पसंद करूंगा आज से लगभग २ साल पहले मैं मात्र (इंटरनेट से) 1 रु. प्रतिदिन कमा रहा था, पर आज मैं 50 रु. से 60 रु. प्रतिदिन (इंटरनेट से) कमा रहा हूँ (भले ही में कार्य करूं अथवा नहीं), और वो भी इसलिए क्यूंकि मुझे ज्यादा समय नहीं मिलता है, यदि आप मेरे तथा कई अन्य ब्लोगरों की सक्रियता को देखेंगे तो मुझे कम सक्रीय पायेंगे, मैं एक-एक कदम प्लान करने के बाद रखता हूँ, सिर्फ "अपना ब्लॉग" को प्रारम्भ करने का निर्णय बिना प्लान के लिया था (और शायद इसलिए वह सफल नहीं है) यदि मेरे प्लान के हिसाब से चला जाये तो "कोई भी" (इस कोई भी के बारे में कुछ देर में चर्चा करेंगे) मात्र २ साल के अन्दर ६००-८०० रु. प्रतिदिन कमा सकता है (इस सम्बन्ध में आंकड़ों के साथ चर्चा करूंगा)

      कोई भी? हाँ भी और नहीं भी, यदि कोई भी कमा सकता है तो इतने साल हो गए इंटरनेट को आये हुए लोग क्यूँ नहीं कमा रहे हैं? बेरोजगारी फिर किसलिए है?

      मैनपुरी में लोगों से इस मामले में चर्चा करते समय कुछ बेरोजगार युवकों के उत्तर आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ-
      1. सरकारी नौकरी ही चाहिए भले ही 8000/- प्रति माह ही क्यूँ ना मिले,
      2. आप तो इतने पढ़े लिखे हो, इतनी जानकारी है इसलिए कमा लेते हो मैं नहीं कमा पाऊंगा
      3. यदि इतना कमा ही लेते हो, तो यहाँ कोचिंग क्यूँ खोली, कमाते क्यूँ नहीं हो?

      लोग मुझे ऐसे देखते हैं जैसे मैं दुसरे गृह से आया हुआ प्राणी हूँ, उनको सपने दिखा रहा हूँ, लोग समझना ही नहीं चाहते की पहली बात है खुद पर विश्वास करना तभी आप कमा सकते हो या फिर कुछ और कार्य कर सकते हो-

      पर क्या सच में कोई भी कमा सकता है? यदि आप इन प्रश्नों के उत्तर हाँ में देते हैं, तो, मेरा उत्तर है हाँ,

      प्रश्न १ : क्या आपके अन्दर कोई ऐसी चीज है जो सामान्यतः लोगों के पास नहीं होती है? 
        उदाहरण के तौर पर मैं पढ़ाने में बहुत अच्छा हूँ, मेरे समझाने का तरीका बहुत अच्छा है और मैं गारंटी देता हूँ कि वेवकूफ से वेवकूफ बच्चे को मैं क्लास के सबसे तेज बच्चे से ज्यादा नंबर लाने लायक बना दूंगा सिर्फ आठ से दस महीने पढ़ाकर (हाँ, उस बच्चे के माता-पिता तब मेरे आस-पास भी ना फटकें, क्यूंकि मेरा पढ़ाने का तरीका उनको पसंद नहीं आएगा, :D )
        प्रश्न २ : क्या आपके अन्दर धैर्य है? 
          यदि नहीं है तो आप इंटरनेट के माध्यम से कमाने के लिए पैदा नहीं हुए हैं, इसके लिए धैर्य चाहिए, बहुत धैर्य चाहिए
          प्रश्न ३ : क्या आपको लगता है कि आप उन चीजों से भी कमा सकते हैं जिनको हम शौक (HOBBY) कहते हैं?
            यदि नहीं, तो भी घबराने वाली बात नहीं है, क्यूंकि मेरी यह सीरीज ख़त्म होते-होते आपके अन्दर यह विश्वास आ जायेगा :)
            यदि आपने पहले प्रश्न का उत्तर "ना" में दिया है तो आप नहीं कमा सकते, इसलिए नहीं क्यूंकि आपमें कुछ हटकर (जिसे मैं X फैक्टर कहता हूँ) नहीं है, बल्कि इसलिए कि आपमें आत्मविश्वास नहीं है, आज तक ऐसा कोई व्यक्ति ही पैदा नहीं हुआ जिसके पास कुछ ऐसा ना हो जो बाकी लोगों से अलग है, अंतर सिर्फ इतना होता है कि वह व्यक्ति हमेशा इससे अनजान रहता है और अपनी प्रतिभा को समय के साथ धीरे-धीरे समाप्त कर देता है :(

            यदि आपने दुसरे सवाल का जबाब ना में दिया है तो आप मेरे अगले लेख का इंतज़ार कीजिये क्यूंकि हो सकता है उसके बाद आपमें धैर्य पैदा हो जाए या आप पहले के मुकाबले जल्दी कमाने लगें :)

            यदि आपने तीसरे तथा अंतिम सवाल का उत्तर ना में दिया है तो कोई बात नहीं उसका कुछ करना भी नहीं है, सिर्फ अंतर इतना है कि आप खुद से नहीं कमा सकते पर मैं आपको आपके शौक से कमाने का ना सिर्फ रास्ता देने वाला हूँ बल्कि आपको उसमे पूरी मदद भी करने वाला हूँ :)

            यदि आपने तीनों सवालों के उत्तर हाँ में दिए हैं, तो आपको मेरी मदद की जरूरत नहीं है, आप अपने आप भी कमा सकते हैं सिर्फ मेरे इन लेखों को ध्यान से पढ़ते रहें, तथा कोई भी समस्या होने पर मुझे जरूर बताएं

            अब आते हैं मुद्दे की बात पर, क्या है मुद्दा? मुद्दा है क्या मैं इंटरनेट के माध्यम से कमा सकता हूँ? ठीक है... एक बात बताइये, दोपहर का वक्त है आप अपने घर पर आराम फरमा रहे हैं, आपकी डोर-वेल बजी आप बाहर जाने पर देखते हैं कि एक सेल्समैन है, आपको ताले बेचने आया है, बहुत अच्छी कंपनी के ताले हैं और आपको बहुत सस्ते में दे रहा है, क्या आप खरीदेंगे? सवाल को उल्टा कर देते हैं, क्या आप उस सेल्समैन को कमाई करने का मौका देंगे? हो सकता है आप खरीदें और हो सकता है आप ना खरीदें|

            अब आते हैं दूसरी परिस्थिति पर, आप परिवार सहित स्लीपर में यात्रा कर रहे हैं, आप सभी ने मजे से खाना खाया और सोने की तैयारी करने लगे, तभी आप देखते हैं कि सामान को बाँधने के लिए आप चैन तो ले आये हैं पर ताला नहीं लाये हैं, अब क्या होगा, रात हो चुकी है- तभी गाडी एक स्टेशन पर रुकती है आप भाग कर बाहर जाते हैं और कहीं से ताला खरीदने की व्यवस्था करते हैं, बहुत ही घटिया कंपनी का ताला है पर दुकानदार आपसे बहुत ज्यादा रुपये मांग रहा है, क्या आप देंगे? :) आप क्या आपका ..... भी देगा, है या नहीं? हा हा हा

            स्थिति समझिये- पहली स्थिति में आपकी जरूरत नहीं थी इसलिए आपने एक व्यक्ति को कमाने का मौका नहीं दिया, दूसरी स्थिति में आपकी जरूरत थी इसलिए एक व्यक्ति आपसे ज्यादा कमा कर ले गया

            कुछ समझे? नहीं !! बहुत सीधी बात है यदि आप किसी की जरूरत पूरी कर सकते हैं तो आप कमा सकते हैं अन्यथा कोई फायदा नहीं?

            अब मैंने अपने पहले सवाल को बहुत ही आसान बना दिया है, अगला लेख आने तक सोचिये कि आप इंटरनेट के जरिये किसी की क्या जरूरत पूरी कर सकते हैं? सिर्फ इसको सोचते समय एक बात ध्यान रखिये कि इंटरनेट आपका गाँव नहीं है जहाँ गिने चुने लोग रहते हैं, पूरा विश्व यहाँ रहता है (और ज्यादातर वो जो रूपया खर्च करने की औकात रखते हैं) मुझे पूरी उम्मीद है कि आप इतने गए गुजरे नहीं होंगे जो इस पूरे विश्व में एक व्यक्ति की जरूरत भी पूरी ना कर पायें... है ना!!

            अभी करें-
            1. सोचें की इंटरनेट के जरिये आप किस की जरूरत पूरी कर सकते हैं , तथा उसको पेपर पर लिख लें
            2. अपने तीन शौक एक पेपर पर लिखें
            3. देखिये ऐसी कौन-कौन सी वेबसाईट हैं जो आपके शौक को पूरा करने में आपकी मदद कर रहीं हैं, तथा प्रत्येक शौक के लिए सबसे अच्छी 5 वेबसाईट को पेपर पर लिख लें

            24 जुलाई 2011

            10 चीजें अपने ब्लॉग से तुरंत निकालें

            नीचे कुछ ऐसी चीजों की लिस्ट दी गयी है जो आपको तुरंत अपने ब्लॉग से निकाल देनी चाहिए, क्यूंकि इससे आपके पाठकों को पढने में तकलीफ होती है| हमेशा अपने पाठकों को ध्यान में रख कर ही ब्लॉग पर कोई विजेट अथवा इस जैसी कोई चीज लगानी चाहिए, ब्लॉग जगत में घूमते समय कुछ चीजों पर मेरी नजर पडी जो वहां नहीं होनी चाहिए थीं तो आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ, देखिये कहीं आपने भी तो इसमें से कुछ अपने ब्लॉग में नहीं लगा रखा है?

            10 नंबर की चीज बहुत ज्यादा फर्क नहीं डालती और 1 नंबर की चीज बहुत फर्क डालती है

            10. लेखकों की लिस्ट
            कुछ ब्लॉग पर 100 तक लेखक हैं तो (पहली सलाह तो मैं यही दूंगा कि व्यर्थ में लोगों को ना जोड़ें, इस विषय पर मैं पहले बहुत कुछ लिख चूका हूँ) ऐसे में यदि आप उन सभी लेखकों को एक विजेट के जरिये यदि साइडबार में लगायेंगे तो बहुत जगह तो सिर्फ इसी में चली जायेगी, और वैसे भी कौन (पाठक) इस बात से मतलब रखता है कि कौन कौन इस मंच से जुड़ा हुआ है? पाठक को तो जो लेख मिला उसने पढ़ लिया और देख लिया कि किसने लिखा है, फिर भी यदि आप चाहते हैं कि सभी लेखकों की जानकारी आपके ब्लॉग पर रहे तो एक प्रष्ठ बना कर उस पर अपने सभी लेखकों का नाम उनके चित्र तथा पब्लिक प्रोफाइल के लिंक सहित प्रस्तुत करें :)

            9. मौसम की जानकारी
            ऐसी कोई भी विजेट जो मौसम की जानकारी देती है, क्या वो वाकई जरूरी है? सोचिये क्या मौसम की जानकारी लेने के लिए पाठक देना आपके ब्लॉग पर आएगा? खुद ही सोचिये, कविता कहानी के ब्लॉग पर मौसम की जानकारी देना हास्यास्पद नहीं है?

            8. माउस का पीछा करने वाला फोटो
            हालांकि अब यह अधिकतर ब्लॉग में नहीं मिलेगा पर यदि आपने लगा रखा है तो हटा दीजिये, अधिकतर पाठकों को यह अच्छा नहीं लगता है और यह पढ़ते समय काफी परेशान करता है

            7. तारीख का विजेट
            जी हाँ ऐसा कोई भी विजेट जो आज की तारीक या फिर समय पाठकों को बताता है उसको तुरंत निकाल दें, समय पता करने के कई तरीके हैं आपके पाठकों के पास वो कम्प्युटर से, मोबाइल से, घड़ी से अथवा किसी से पूछ कर टाइम पता कर सकते हैं, उसके लिए आपको अपने ब्लॉग की कीमती जगह को बर्बाद करने की आवश्यकता नहीं है

            6. प्रिंट मीडिया में छपे हुए लेखों के चित्र
            ठीक है कि प्रिंट मीडिया में छपे हुए लेख आपके लिए एक प्रकार की उपलब्धि है, पर वह ब्लॉग पर इधर-उधर बिखरे हुए अच्छे नहीं लगते, उसके लिए कुछ सुझाव मैं आपको देता हूँ, एक तरीका है कि किसी फोटो साइट पर अपने फोटो अपलोड कर दें जैसे कि picasa अथवा flikr पर तथा एक स्लाइड-शो के रूप में अपने ब्लॉग के साइड बार में लगा दें. दूसरा तरीका है प्रिंट मीडिया में प्रकाशित अपने सभी लेखों को एक नए लेख के रूप में अपने सभी पाठकों को बता दें तथा ब्लॉग पर एक पेज बनाकर उन सभी लेखों के लिंक दे दें और इस प्रष्ठ को नाम दें "मीडिया"

            5. गैर जरूरी चित्र
            कुछ लोग गैर जरूरी चित्र अपने ब्लॉग पर लगा लेते हैं, देखिये चित्र लगाना अच्छा है पर गैर जरूरी चित्र आँखों को चुभते हैं उदाहरण के लिए आप यह चित्र देखें-
            इस तरह के चित्र वेबसाईट की शुरूआत में लगाए जाते थे, आज कल इस तरह के चित्रों को कूल टेक्स्ट नहीं कहते, तो यदि आपने भी ऐसा कुछ अपने ब्लॉग पर लगा रखा है, तो तुरंत हटा दें, अपने ब्लॉग के नाम के लिए साधारण टैक्स्ट का प्रयोग करें और यदि कोई चित्र लगाना ही चाहते हैं तो एक अच्छा सा लोगो बना कर लगाएं

            4. मृत लिंक
            ये क्या होता है? कई लोग इससे अनभिज्ञ होंगे, पर यह ब्लॉग की सेहत के लिए हानिकारक है, ऐसे लिंक जो कि आपके लेखों में या फिर आपके साइडबार में होते हैं पर सही रूप से कार्य नहीं करते, वो लिंक मृत लिंक कहलाते हैं, अपने साइड बार के लिंक तो चैक किये जा सकते हैं पर सैंकड़ों लेखों में बनाए गए लिंक को कैसे चैक कर सकते हैं? उसके लिए आप वर्ड-प्रेस में इस प्लग-इन का प्रयोग कर सकते हैं, अन्य लोग इस लिंक को प्रयोग कर सकते हैं

            3. काउंटर 
            यदि आपने अपने ब्लॉग पर ऐसा कोई काउंटर (गणना करने वाला) जैसे की फीडजिट विजेट इत्यादि लगाया है तो उसको तुरंत हटा दें, क्यूंकि इससे ज्यादा जगह बर्बाद चीज कोई नहीं है, पाठक को इससे क्या मतलब की आपके ब्लॉग को कितने लोग पढ़ते हैं? और किस देश से आपके ब्लॉग पर विजिटर आते हैं? हाँ, यह जरूर संभव है की आपके काउंटर में कम संख्या देख कर लोग यह कयास लगा लें की आपके ब्लॉग को ज्यादा लोग पढ़ते नहीं हैं, यदि आप आंकड़े देखना ही चाहते हैं तो अपने ब्लोगिंग प्लैटफॉर्म के द्वारा प्रदान की जा रही सुविधा का प्रयोग करें या फिर जोड़ें अपने ब्लॉग में गूगल एनालिटिक्स

            2. पॉप-अप एड
            ऐसे किसी भी पॉप-अप एड को निकाल दें जो आपके ब्लॉग के किसी लेख पर क्लिक करने पर अथवा आपके ब्लॉग पर पहुँचने पर खुल जाता है, साथ में ऐसे एड को भी निकाल दें जो कि आपके लेख के महत्वपूर्ण अक्षरों पर डबल क्लिक के रूप में दिखाई देता है, और माउस को उस पर ले जाते ही एक पॉप-अप खुल कर आ जाता है, जो पढने में असुविधाजनक होता है

            1. गाने / म्यूजिक
            यदि आपने अपने ब्लॉग पर ऐसे गाने डाल रखे हैं जो कि ब्लॉग खुलने के साथ ही बजने लगते हैं तो उनको तुरंत निकाल दीजिये, क्यूंकि एक ब्लॉग के लिए ऐसे गाने से ज्यादा घातक कोई अन्य चीज है ही नहीं, मुझे यदि ऐसे किसी भी ब्लॉग पर जाना होता है तो मुझे या तो अपने कम्प्युटर के साउंड को या तो म्यूट करना पड़ता है या फिर उस ब्लॉग पर जाने के तुरंत बाद ही उसको बंद करना पड़ता है, और यदि फिर भी यदि आप रखना चाहें तो कम से कम उसको डिफौल्ट रूप से पाउस ही रखें
              __           _
             /_    /\   / |   \
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            कई ब्लोगर सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं, जैसे कि,

            १. मुझे पता चलना चाहिए पिछला व्यक्ति कौन आया था मेरे ब्लॉग में? फीडजिट विजेट
            २. आज कितनी तारिख है? कलेंडर विजेट 
            ३. किस देश से कितने लोगों ने मेरे ब्लॉग पढ़े? फ्लैग काउंटर विजेट
            ४. मेरे ब्लॉग को आज कितने लोगों ने पढ़ा? ब्लोगर आंकड़े विजेट

            और भी ना जाने क्या क्या..

            यदि आप किसी ब्लॉग को विजिट करते हैं तो जो चीजें आपको उस ब्लॉग के बारे में खराब लगती हैं, उनको अपने ब्लॉग पर मत दोहराइए क्यूंकि हो सकता है कि लोगों को आपके ब्लॉग पर वह पसंद ना आये,

            पाठकों की एक और समस्या के बारे में मैंने आपसे जिक्र किया था, जिसे आपने पसंद किया था पर अफ़सोस अभी भी कई ब्लोगर वह गलती दोहराते हैं, देखिये कहीं आप भी उन ब्लोगरों में से तो नहीं हैं?

            23 जुलाई 2011

            ब्लोगिंग से कमाई!! मैं तैयार हूँ, आप?

            आपको शायद ध्यान हो मैंने अपनी एक पोस्ट में सामूहिक ब्लोगिंग के लिए कुछ आइडिया आप लोगों को बताये थे, पर उन आइडिया को इम्प्लीमेंट करने के लिए मेरे पास समय की कमी थी, पर अब मैं तैयार हूँ कुछ बड़ा और बेहतर करने के लिए, मुझे चाहिए आप में से कुछ लोग (20 - 40)| मैं ब्लोगिंग को कमाई का जरिया बनाना चाहता हूँ और अकेले ना तो कमा सकता हूँ और ना ही कमाना चाहता हूँ :)

            मित्रों आज तथा आने वाले कुछ दिनों तक पूरी तरह से कमाने की बात होगी, चर्चा का मुख्य विषय होगा ब्लॉग अथवा इसके जैसी विधाओं से कैसे कमाया जा सकता है? 

            सीरीज से सम्बंधित कुछ ख़ास बातें:
            1. इस सीरीज में जो कुछ भी प्रकाशित होगा उसको एक पुस्तक के रूप में आपके समक्ष प्रस्तुत कर दिया जायेगा जिससे आप डाउनलोड कर सकें तथा ऑफलाइन होने पर भी पढ़ सकें,
            2. इस सीरीज में जो कुछ भी बताया जा रहा है उसको तब तक नहीं आजमायें जब तक की यह सीरीज पूरी नहीं हो जाती अन्यथा आप अपना नुकसान कर बैठेंगे,
            3. इस सीरीज के अंत में मैं आपको मेरे द्वारा प्रारंभ होने वाले कुछ प्रोजेक्टों के बारे में जानकारी दूंगा, जिसमें यदि आप चाहें तो भाग ले सकते हैं, जिसके जरिये आपके कमाने के मौके पहले के मुकाबले कई गुना बढ़ जायेंगे
            4. मेरे यह प्रोजेक्ट ख़ास तौर पर गृहणियों, बच्चों, रिटायर्ड व्यक्तियों तथा बेरोजगार युवकों के लिए होंगे
            5. मेरे इन प्रोजेक्ट की बारीक से बारीक जानकारी इन लेखों में दी जायेगी और यदि आप चाहें तो आप भी इन  प्रोजेक्ट को अपना सकते हैं, और इन आइडिया को इम्प्लीमेंट करने में मेरी मदद भी ले सकते हैं,
            6. इस सीरीज में जो भी बातें आपको बताईं जायेंगी वो मैंने एक दिन में नहीं सीखीं हैं, बहुत धीरे-धीरे कई चीजों पर नजर रख कर, कई पुस्तकें पढ़ कर तथा बहुत रुपये खर्च करके सीखीं हैं, उसके बाद भी इनमें कमी हो सकती है इसलिए मैं चाहता हूँ कि तकनीकी के जानकार लोग जैसे कि पाबला जी, शाहनबाज भाई, रवि रतलामी जी, रतन सिंह शेखाबत जी तथा आप, इन लेखों में मिलने वाली गलत बात को तर्क के साथ काटें तथा मुझे सही रास्ते से परिचित करवाएं
            7. इन लेखों के लिंक आप चाहे जहाँ दे सकते हैं, पर इन लेखों को की नक़ल अपनी किसी भी वेबसाईट अथवा ब्लॉग पर करना सख्त मना है 
            प्रस्तुत है इस सीरीज का प्रथम लेख-

            गूगल एडसेंस जिंदाबाद
            पिछले 2 बर्षों से कमाने के मौके देने वाली साईट को देख-परख रहा था और कई वेबसाईट को जांचने के बाद मैं इस नतीजे पर पहुंचा हूँ की प्रारंभ में कमाई करने के लिए एडसेंस से बेहतर कुछ नहीं है, यह विचार मेरे दिमाग में बहुत पहले से थे पर मैं पहले यह देख लेना चाहता था की एडसेंस से ठीक-ठाक आय हो सकती है या नहीं और पैसे समय पर मिल जाते हैं या नहीं? और एडसेंस पर पूरा भरोसा होने के बाद अब वक्त है अपने विचार आपको बताने का और उनमे आपको शामिल करने का हालांकि मैं पूरी तरह गूगल एडसेंस पर निर्भर नहीं हूँ पर बाकी सभी रास्ते तब खुलते हैं जब हम कुछ बड़ा कर चुके होते हैं, प्रारंभ में गूगल ही मदद करता है

            ढूंढिए मनुष्य की कमजोरी-
            इसको कमजोरी ना कह कर यदि जरूरत कहा जाए तो ज्यादा उचित होगा क्यूंकि कोई भी व्यक्ति तभी रुपये खर्च करेगा जब उसको कुछ ना कुछ जरूरत होगी, याद रखिये कोई खर्च करेगा तभी तो आपको रूपया मिलेगा :) उदाहरण के लिए मनोरंजन एक बहुत बड़ा उद्योग है, मनोरंजन में फ़िल्में, गीत, गेम, फैशन शो और कभी कभी समाचार भी आ जाते हैं, ये वो चीजें हैं जिनकी तरफ व्यक्ति खुद आकर्षित होता है तथा इन पर रुपये खर्च करने के लिए तैयार रहता है, और मनोरंजन के बिषय में सबसे अच्छी तथा बड़ी बात यह है की हर किसी की जरूरत है

            ठीक ऐसे ही पिछले कुछ बर्षों में शिक्षा एक बहुत बड़े उद्योग के रूप में उभर कर आया है, व्यक्ति अपने लिए कुछ सुख सुविधाएँ छोड़ देता है पर कोशिश करता है की अपने बच्चों को उचित शिक्षा दिलाई जाये, हालांकि मनोरंजन के मुकाबले इस क्षेत्र में आबादी की कमी है पर मनोरंजन के मुकाबले इस क्षेत्र में रुपये अच्छे मिलने की संभावना रहती है

            अब उदाहरण लेता हूँ शौक का, शौक किसी भी चीज का हो सकता है उदाहरण के तौर पर मुझे कराटे, गिटार तथा पढने-पढ़ाने का बहुत शौक है, मैगजीन, कार्टून, कोमिक्स, नोबल, उपन्यास मेरे परम मित्र हैं किसी भी क्षण वो आपको मुझसे अलग नहीं दिखेंगे कहने का अर्थ है की पढने-पढ़ाने का मैं पागलपन की हद तक शौक़ीन हूँ, इस क्षेत्र में अच्छे रुपये मिलने की संभावना रहती है पर इसके लिए बिशेष मेहनत करनी पड़ती है क्यूंकि यदि कोई व्यक्ति दीवानगी की हद तक किसी चीज के प्रति पागल है तो वह बहुत कुछ पाने की कोशिश करेगा और आपको भी उसकी इच्छा पूरी करने के लिए दीवानगी की हद तक पागल होना चाहिए  

            धैर्यवान
            यह गुण नया नहीं है, यह हर क्षेत्र में कार्य करते समय होना चाहिए, ऑनलाइन कमाई करना भी ठीक वैसा ही है, बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है तथा अन्य क्षेत्रों के मुकाबले यहाँ कुछ ज्यादा ही धैर्य रखना पड़ता है, पर जैसा की आप जानते हैं की धैर्य का फल मीठा होता है, इस क्षेत्र में भी ठीक वैसा ही है सिर्फ अंतर इतना है की बाकी क्षेत्रों के मुकाबले यहाँ कुछ ज्यादा ही मीठा होता है, यानि की यहाँ रुपये कमाने की संभावना सामान्य से ज्यादा होती है
             
            ऑनलाइन कमाने के लिए कुछ शर्तें-

            पहली शर्त: सिर्फ एक ही चीज पर अपना पूरा ध्यान लगा दीजिये (मैंने देखा है यहाँ ब्लॉगजगत में कुछ लोग सब कुछ करने की कोशिश करते हैं और कुछ भी नहीं कर पाते) मैं यहाँ पर तीसरा खम्बा का उदाहरण देना पसंद करूंगा तीसरा खम्भा एक ऐसा ब्लॉग है जो सिर्फ और सिर्फ एक ही बिषय पर केन्द्रित है,

            दूसरी शर्त: आपके द्वारा प्रदान की जा रही सुविधा या जानकारी किसी ना किसी के काम की होनी चाहिए, यहाँ पर मैं माफी चाहूँगा पर कविता तथा कहानी वाले ब्लॉग किसी के काम के नहीं होते, असल में कविता तथा कहानी लोगों की मजबूरी नहीं होते, और बहुत साफ़ शब्दों में कहूं तो कविता तथा कहानी के ब्लॉग से कमाई करने के बारे में सोचना अपना समय बर्बाद करना है (यदि आपका ब्लॉग कहानी तथा कविता का है तो निराश ना हों, मैं अपने एक लेख में सिर्फ कविता तथा कहानी के ब्लॉग से कैसे कमाया जाये बिषय पर ही चर्चा करूंगा)

            तीसरी शर्त: कुछ अलग सोचने की क्षमता, कारण बहुत आसान है ये बातें जो मैं आपको इस लेख में बता रहा हूँ वो आपको क्या लगता है, लोगों को पता नहीं होंगी? हा हा हा !! लोगों को पता है और लोग भी यही करेंगे जो आपको मैं बता रहा हूँ, असल में करते ही हैं फिर आप कहाँ टिकेंगे? इसलिए क्या आप कुछ अलग सोचने की क्षमता रखते हैं?

            चौथी शर्त: सोचिये की आपके पाठक क्या चाहते हैं, ना की ये की आपके हिसाब से क्या सही है!! एक उदाहरण लूँगा मेरे एक मित्र सिर्फ इसलिए अपनी एम.टेक की पढाई उत्तीर्ण नहीं कर पाए क्यूंकि वो सिर्फ वह प्रस्तुत करते थे जो उनको अच्छा लगता था, जो चीज उनको अच्छी नहीं लगी उसको वह प्रस्तुत नहीं करते थे, क्यूँ भाई? अरे यार तुमको पास कौन करेगा? अध्यापक, तो उनको आप वो क्यूँ दे रहे हो जो आप देना चाहते हो? वो दो ना यार जो उनको अच्छा लगता है बहुत सीधा सा हिसाब है यहाँ अधिकतर ब्लोगर ब्लोगिंग के वीडिओ चाहते हैं और मैं यदि आपको सी प्रोग्रामिंग के वीडिओ देने लगूं तो? आप लोगे? नहीं ना तो बस ऐसे ही वो प्रस्तुत करो जो लोग चाहते हैं ना की वो जो आप चाहते हैं

            पांचवीं तथा अंतिम शर्त: तकनीकी की पूरी जानकारी, पूरी जानकारी यदि आपको ना भी हो तो भी चलेगा क्यूंकि मैं आपकी पूरी मदद करने वाला हूँ इस मामले में मेरी इस पूरी सीरीज में आपको आपके हर सवाल, क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए, कैसे पता लगायें की सामने वाला क्या चाहता है तथा ऐसी विधाओं से कैसे कमायें जिसमें लोग बिल्कुल भी रुपये खर्च नहीं करना चाहते, इत्यादि विषय पर बहुत विस्तृत वर्णन करूंगा, कहने का अर्थ यह है की इस पूरी सीरीज के समाप्त होने पर आपको तकनीकी की जानकारी में कुछ भी बचेगा नहीं

            बिशेष:
            • इस सीरीज के लेख मेरे इस ब्लॉग पर हर शनिवार, सोमवार तथा बुधवार को सुबह आठ बजे प्रकाशित होंगे अतः समय का ध्यान रखें,
            • यदि आप एक बेरोजगार युवक हैं तो इन लेखों पर ख़ास निगाह रखें सिर्फ इतना ध्यान रखें कि पहला ध्यान एक अच्छे कैरियर पर होना चाहिए,
            • आपके सुझाव का स्वागत है, निंदकों का ख़ास तौर पर क्यूंकि मैं चाहता हूँ कि यह सीरीज ज्यादा से ज्यादा विस्तृत हो 
             अभी करें-
            • यदि आप फिल्मों तथा फ़िल्मी-गीतों के शौक़ीन हैं और आप मेरे इस प्रोजेक्ट में शामिल होना चाहते हैं तो मुझे संपर्क करें मेरे मोबाइल नंबर 9022419053 पर, 
            • यदि आप अध्यापक हैं अथवा पढने पढ़ाने में रूचि रखते हैं तथा हाई-स्कूल / इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों को पढ़ाने की क्षमता रखते हैं तथा मेरे प्रोजेक्ट में शामिल होना चाहते हैं तो मुझे संपर्क करें मेरे मोबाइल नंबर 9022419053 पर,
            • यदि आपके दिमाग में बहुत दिनों से कोई आइडिया कुलबुला रहा है पर आप उसको कैसे इम्प्लीमेंट करें यह तय नहीं कर पा रहे हैं तो मुझे अपनी पूरी समस्या डिटेल के साथ मेल कीजिये मेरे ई-मेल एड्रेस (yogendra.pal3@gmail.com) पर, आपकी पूरी जानकारी गुप्त रखी जायेगी

            14 जुलाई 2011

            वीडियो- सीखिए गूगल प्लस

            आप सभी को या तो गूगल+ (Google+) से जुड़ने का मौका मिल गया होगा या फिर मिलने वाला होगा, दोनों ही स्थिति में आप गूगल+ (Google plus) पर कार्य करेंगे ही| आप में से कुछ लोग तो आसानी के साथ किसी भी वेबसाइट पर कार्य कर पाते हैं, पर कुछ लोग जो तकनीकी के जानकार नहीं हैं को कार्य करने में परेशानी का अनुभव होता है|

            अतः मैं आज आपके सामने लेकर आया हूँ, गूगल+ के वीडियो जिनको देख कर आप आसानी से गूगल प्लस पर कार्य कर पायेंगे तो देर किस बात की तुरंत ये तीन वीडियो देखिये और धडल्ले से गूगल+ पर कार्य करना प्रारंभ कर दीजिए-
            १. यह पहला वीडियो आपको बताएगा कि आप गूगल+ को कैसे ज्वाइन कर सकते हैं अर्थात कैसे गूगल+ पर अपना अकाउंट बना सकते हैं


            2. यह दूसरा वीडियो आपको परिचित करवाएगा गूगल+ के इंटरफेस से, जिससे आप गूगल+ पर आसानी के साथ कार्य कर सकें

            3. यह तीसरा वीडियो आपको सिखायेगा गूगल सर्कल के बारे में, इस वीडियो को देखने के बाद आप नये गूगल सर्कल बना पाएंगे तथा दोस्तों को गूगल सर्कल से जोड़ पाएंगे

            मुझे उम्मीद है कि आपको मेरे यह वीडियो देखने के बाद गूगल+ पर कार्य करने में आसानी होगी, यदि आपको गूगल+ के बारे में नई जानकारी चाहिए अथवा कुछ पूछना चाहते हैं तो कमेन्ट में लिखें - धन्यवाद |

            बिशेष: अभी तक गूगल+ ट्रायल की स्थिति में है, इसलिए कई लोग इनवाईट मिलने के बाद भी गूगल+ को ज्वाइन नहीं कर पा रहे हैं, इस स्थिति में कुछ दिन इंतज़ार करें फिर आप गूगल+ को ज्वाइन कर पायेंगे

            मेरी गूगल+ प्रोफाइल: https://plus.google.com/108230512722746031514

            11 जुलाई 2011

            यू-ट्यूब ने भी बदला रूप

            गूगल+ (Google +) को लॉन्च करने, जी-मेल (G-mail) को नया रूप प्रदान करने तथा ब्लोगर (Blogger) के डैशबोर्ड को नये अंदाज में उतारने के बाद अब गूगल यू-ट्यूब (YouTube) को भी नये अंदाज में प्रस्तुत कर रहा है

            गुरूवार को यू-ट्यूब के ब्लॉग पर यू-ट्यूब के नये रूप के बारे में जानकारी प्रदान की गयी, यह गूगल के द्वारा किया जा रहा एक प्रयोग है जिसको गूगल ने नाम दिया है "कोस्मिक पांडा" ( cosmic panda ), और मजेदार बात यह कि टेस्टिंग के लिए लॉन्च किये गए इस इंटरफेस को आप भी देख सकते हैं :)

            यू-ट्यूब का नया इंटरफेस : गाइड 

            इस पोस्ट में दिए गए चित्रों में दिए गए नंबरों के आधार पर पढते जाइये-
            1. वीडियो के पीछे के सफ़ेद रंग को गायब कर एक बहुत ही आकर्षक हल्का काला (स्लेटी) रंग लाया गया है जिससे वीडियो को देखने में परेशानी नहीं होती
            2. वीडियो को अलग अलग आकार में देखने के लिए कुछ आसान बटन प्रदान की गयीं हैं
            3. यदि आप चाहें तो वीडियो के नीचे कमेन्ट को हटा कर यू-ट्यूब द्वारा सुझाए गए वीडियो देख सकते हैं
            4. इस सर्च के नये बदले हुए रूप को देखिये, है ना मजेदार
            5. प्ले-लिस्ट को देखते समय आपको अगले तथा पिछले वीडियो पर जाने के लिए ये दो शानदार बटन उपलब्ध करवाए गए हैं
            6. प्ले-लिस्ट को देखते समय वीडियो के ठीक नीचे आपको उस प्ले-लिस्ट के सभी वीडियो के थंबनेल (छोटा रूप) दिखाई देंगे, जिससे वीडियो के चुनाव में आसानी रहती है (पहले ये लिस्ट पेज पर सबसे नीचे दिखाई जाती थी, जिस पर आसानी से नजर नहीं जाती थी)
            7. प्ले-लिस्ट को बहुत ही बेहतरीन थंबनेल के साथ दिखाया जा रहा है
            8. वीडियो के थंबनेल को अब पहले से बड़ा तथा आकर्षक दिखाया जा रहा है


            हालांकि कुछ कमियां भी मुझे नजर आयीं जो इस प्रकार हैं-

            • यू-ट्यूब पार्टनर के लिए अब अपने चैनल को खास बनाने के लिए कुछ खास विकल्प मौजूद नहीं हैं
            • वीडियो के प्रोग्रेस बार को काफी पतला कर के दिखाया गया है जिससे वीडियो को आगे तथा पीछे करने में थोड़ी दिक्कत हो रही है
            • वीडियो के पास दिखाया जाने वाला एड अब ज्यादा आकर्षक नहीं रहा और वह वीडियो देखते समय परेशान करता है 
            • यू-ट्यूब पर एड देने वालों को अब कम हिट मिलने की संभावना है 
            पर कुल मिला कर यह रूप पहले के मुकाबले काफी बेहतर है जो वीडियो देखने का एक नया अहसास प्रदान करता है |

            तो देर किस बात की आप भी यू-ट्यूब के इस नये रूप का आनंद लीजिए जाइये इस लिंक पर-
            http://www.youtube.com/cosmicpanda और "Try it Out" बटन पर क्लिक कर दीजिए और हाँ अपना अनुभव बांटना मत भूलिएगा :)

            07 जुलाई 2011

            क्यूँ नहीं आ रहे मेरे नये वीडियो?

            मेरी पिछली पोस्ट में मैंने मेरे विद्यार्थियों के द्वारा बनाई गयी वेबसाइट दिखाई थी, जिसके बाद "महेश बारमाटे" तथा "उपेन्द्र शुक्ल" जी ने द्रुपल सीखने की फरमाइश की है तथा मुझसे शिकायत भी की है कि
            मैंने आपके यू-ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब कर रखा है पर काफी दिनों से आपने नये वीडियो ही अपलोड नहीं किये हैं

            उनकी शिकायत जायज है मैं काफी दिनों से वीडियो अपलोड नहीं कर पाया हूँ पर उसके पीछे के कारण भी जानिए-

            मैंने जनवरी में द्रुपल के वीडियो पूरी तरह तैयार कर लिए थे और उनको लॉन्च करने ही वाला था कि द्रुपल ने नया वर्जन द्रुपल ७ रिलीज कर दिया| अब छः घंटे के वीडियो बनाने में मुझे पूरे १ माह का समय लगा था जिस बीच अन्य कोई कार्य नहीं कर पाया था, द्रुपल ने बिना किसी पूर्व सूचना के नए वर्जन को रिलीज कर दिया और मेरी पूरी मेहनत तथा समय बर्बाद हो गया :(

            उसके बाद मैंने ब्लोगिंग के वीडियो तैयार करना शुरू किया लगभग ३ घंटे के वीडियो तैयार होने के बाद एक दिन गूगल से खबर आई कि ब्लोगर का लुक बदल रहा है, नीचे पुराने तथा नये दोनों ही लुक दे रहा हूँ

            ब्लॉगर का पुराना लुक

            ब्लॉगर का नया लुक
            अब आप इन दोनों लुक को देखिये और खुद ही सोचिये कि यदि में पुराने वाले लुक पर अपने सभी वीडियो रिकोर्ड कर दूँ तो नया लुक रिलीज होने के बाद किसी को समझ में आएगा कि मैं क्या सिखा रहा हूँ?

            इस तरह मेरे ब्लोगिंग के बनाये हुए वीडियो भी बेकार हो गए हैं (नया लुक लॉन्च होने के बाद जो भी ब्लोगिंग से सम्बंधित वीडियो यू-ट्यूब पर पड़े हैं उनको निकलना होगा) और अब इंतज़ार कर रहा हूँ कि जल्दी से ब्लोगर अपना लुक पूरी तरह बदले तो मैं वीडियो बनाना शुरू करूं

            अब बात करते हैं जी-मेल की  आज सुबह जी-मेल ने भी अपना लुक बदल लिया है, आप खुद ही देखिये-
            जी-मेल का पुराना लुक
            जी-मेल का नया लुक

            सिर्फ इतना ही होता तब भी था एडवर्ड, एडसेंस, एनालिटिक सभी का लुक बदल रहा है और लगभग हर दूसरे ही दिन कुछ ना कुछ बदल दिया जाता है|
            अब मैं नये वीडियो बनाने से पहले इंतज़ार कर रहा हूँ नये लुक के स्थाई होने का एक बार यह स्थाई हो जाए तो मैं आपके लिए वीडियो बना सकूं और आपकी शिकायत दूर कर सकूं|
            कुछ और सूचना देना चाहूँगा - पिछले दिनों मेरे यू-ट्यूब चैनल ने 50,000 वीडियो देखे जाने का आंकड़ा पार कर लिया तथा मेरे चैनल के सब्सक्राइबर भी 100 का आंकड़ा पूरा कर चुके हैं, स्नेह बनाये रखने के लिए आप सभी का शुक्रिया
            मैं खुद ही चाहता हूँ कि आपको प्रतिदिन नये वीडियो उपलब्ध करवाऊं, जब तक इनका लुक बदल रहा है तब तक आप कुछ और सीख लीजिए सिर्फ मुझे बताइए कि आप क्या सीखना चाहते हैं तो मैं जल्द ही वीडियो बनाना शुरू कर दूँ वैसे भी बहुत दिन आराम कर चुका हूँ :)
            साथ ही यदि आप इस लुक वाली समस्या का कोई उपाय बता सकते हैं तो भी जरूर बताइए क्यूंकि इसकी वजह से मुझे काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है :(

            24 अप्रैल 2011

            अपने लेख को भविष्य में प्रकाशित करें

            यदि आप ब्लोगर हैं तो यह वीडियो जरूर देखें, नीचे दिए गए वीडियो में बताया गया है कि आप अपने लेख को कैसे भविष्य में किसी भी तारिख तथा समय पर स्वतः प्रकाशित करने के लिए स्थापित कर सकते हैं, इसको शेड्यूलिंग कहते हैं|

            In this video I show you how to set your blogger post to publish at later time. This is also called scheduling.

            इससे होने वाले फायदे-

            1. आप किसी खास तिथि अथवा पर्व के बारे में कुछ लिख कर उस दिन पब्लिश होने के लिए स्थापित कर सकते हैं, भले ही आप उस दिन कम्प्यूटर पर ना बैठ पायें,
            2. नौकरी पेशा व्यक्ति के लिए बहुत ही बेहतर है, सिर्फ शनिवार / रविवार को अपने लेख लिखिए और पूरे हफ्ते के लिए शेड्यूल कर दीजिए,
            3. यदि इंटरनेट की सुविधा आपके पास नहीं है और आप ब्लॉग लिखने के लिए साइबर कैफे पर जाते हैं तो आप अपनी सभी पोस्ट किसी वर्ड प्रोसेसर में लिखिए और साइबर कैफे में जा कर भविष्य के लिए शेड्यूल कर दीजिए,
            तो देर किस बात की नीचे दिया गया वीडियो देखिये और अपनी पोस्ट को शेड्यूल करना प्रारंभ कर दीजिए-


            हिन्दी ब्लोगिंग में मैंने देखा है कि कुछ ब्लोगर एक ही दिन में 5-6 पोस्ट लिखते हैं, मैं निरंतर जी का उदहारण लूँगा, कल उनकी आठ पोस्ट प्रकाशित हुईं, और सिर्फ 2011 में ही उनकी 699 कवितायेँ प्रकाशित हो चुकी हैं| सामूहिक ब्लोगिंग की तो बात ही ना की जाए तो अच्छा है, अभी कुछ दिनों में थोडा कम हो गया है अन्यथा एक एक दिन में 20 तक पोस्ट सामूहिक ब्लोगों पर प्रकशित हो रही थीं, याद रखिये एक दिन में 2 या अधिकतम 3 पोस्ट करना ठीक रहता है उसके बाद पाठक भी बोर हो जायेगा और सर्च इंजन ऐसे ब्लोगों को स्पामिंग की कैटेगरी में रखते हैं 

            यदि आप एक दिन में कई पोस्ट लिखते हैं तो उसको भविष्य के लिए शेड्यूल करना ना भूलें, अंतर आपको खुद दिखाई दे जायेगा|


            आप सभी का बहुत बहुत शुक्रिया: मेरे इस ब्लॉग की भारत में अलेक्सा रैंक 90,000 के लगभग आ गयी है, आप सभी के प्यार और सम्मान के लिए शुक्रिया, उम्मीद है आपको मेरे द्वारा दी गयी जानकारी से लाभ होता होगा, कमेन्ट की आशा कभी नहीं है, आँकड़े आपके प्यार का सबूत देते हैं, पर यदि कभी कोई तकनीकी समस्या हो तो कमेन्ट में जरूर लिखें, आपकी समस्या का समाधान करने की हर संभव कोशिश करूँगा|

            एक खास बात: इस वक्त ब्लोगरों तथा सामूहिक ब्लोगों के लिए एक खास सुविधा प्रदान करने के लिए छात्रों को तैयार कर रहा हूँ, जिसमे ब्लॉग के लिए लोगो, टेम्पलेट, एड बनाना, SEO, मैगजीन बनाना, वेबसाइट बनाना जैसी बुनियादी बातें विद्यार्थियों को सिखा रहा हूँ, यह सभी सुविधाएँ आप सभी को काफी कम मूल्य पर उपलब्ध करवाईं जायेंगी, उम्मीद है आप सहयोग देंगे|

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            22 अप्रैल 2011

            एक ऐसा लिंक जो आपके ब्लॉग पर पाठक को बनाये रखेगा

            मित्रों अपने पिछले वीडियो में मैंने बताया था कि कैसे आप अपने पोस्ट में लिंक बना सकते हैं तथा सम्बंधित लिंक अपने पोस्ट में देने के फायदे के बारे में भी आपको बताया था, पर साधारण लिंक के साथ एक समस्या है,

            जब कोई पाठक लिंक पर क्लिक करता है तो वह सम्बंधित लिंक पर तो चला जाता है पर जिस पोस्ट को वह पढ़ रहा होता है वह भी उसके सामने से हट जाती है, और कहीं यदि आपने किसी और के लेख का लिंक दिया होता है तो पाठक आपके ब्लॉग से ही बाहर चला जायेगा|


            इस समस्या का समाधान
            सिर्फ एक ही समाधान है क्यूँ न ऐसा लिंक बनाया जाए जो दूसरी विंडो अथवा टैब में खुले, जी हाँ यह संभव है उसके लिए आपको लिंक के टैग को सीखना होगा, जो इस वीडियो में सिखाया गया है, उम्मीद है आपको फायदा होगा

            दोनों प्रकार के लिंक का HTML कोड नीचे दे रहा हूँ, अंतर देखिये-
            साधारण लिंक 
            <a href="http://www.apnablog.co.in"> अपना ब्लॉग </a>
            दूसरे विंडो में खुलने वाला लिंक
            <a href="http://www.apnablog.co.in" target="_blank"> अपना ब्लॉग </a>

            अगले वीडियो में देखिये कैसे आप अपने पोस्ट को भविष्य में स्वतः प्रकाशित होने के लिए शेड्यूल कर सकते हैं|

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            21 अप्रैल 2011

            पोस्ट में लिंक कैसे जोड़ें

            नीचे दिए गए वीडियो में बताया गया है कि कैसे आप अपने ब्लॉग के लेखों में आवश्यक लिंक जोड़ सकते हैं

            अपने पोस्ट में लिंक बनाने के फायदे-
            1. लेख से सम्बंधित लिंक को अपने लेखों में देने से पाठक को आपके लेख को समझने में आसानी रहती है
            2. अच्छे लिंक देने से आपके लेख का वजन बढ़ता है और गूगल में आपके ब्लॉग की पेज रैंक बढ़ने की संख्या बढ़ जाती है
            3. अपने दूसरे सम्बंधित लेखों के लिंक देकर आप अपने ब्लॉग पर पाठक को काफी देर तक रोक सकते हैं, 
            4. यदि आप दूसरों के लेखों के लिंक देंगे तो पाठक आपके ब्लॉग से दूसरों के ब्लॉग पर जायेगा,  दूसरों को अपने ब्लॉग की गूगल एनालिटिक देखकर पता चल जायेगा कि आपने उनके लेख का लिंक दिया है, तो संभव है कि वो भी आपके ब्लॉग के लेखों का लिंक दें और उनके ब्लॉग से आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक आने लगे :)
            5. यकीन मानिये लिंक बना कर आप कमा भी सकते हैं, पर इस मामले में मैं आपके किसी अन्य लेख में बताऊँगा|
            उम्मीद है कि लिंक के फायदे आपको समझ में आ गए होंगे और आप अपने लेखों में सम्बंधित लिंक लगाना चाहेंगे, तो देर किस बात की नीचे दिए गए वीडियो को देखकर सीखिए कि लेख में लिंक कैसे बनाया जाता है-


            पिछले वीडियो में आपने सीखा था कि कैसे आप अपने ब्लॉग में गूगल एनालिटिक जोड़ें

            अगले वीडियो में सीखिए कैसे अपनी पोस्ट में ऐसा लिंक दें जो नई विंडो में खुले, जिससे पाठक आपके ब्लॉग पर भी बना रहे और आपके पोस्ट की उपयोगिता भी बढ़ जाए|

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            18 अप्रैल 2011

            आपके ब्लॉग के लिए गूगल एनालिटिक्स

            नीचे दिए गए वीडियो में बताया गया है कि कैसे आप अपने ब्लॉग में गूगल एनालिटिक्स को जोड़ सकते हैं|

            गूगल एनालिटिक्स को अपने ब्लॉग में जोड़ने के फायदे-
            1. गूगल एनालिटिक्स आपको आपके ब्लॉग से सम्बंधित सबसे ज्यादा और सटीक आंकड़े दिखाता है,
            2. किस देश, राज्य, तथा शहर से कितने लोगों ने आपके ब्लॉग को देखा, कहाँ से वो आपके ब्लॉग पर आये,
            3. किन लेखों को पढ़ा गया, किन लेखों को पढ़ कर लोग आपके ब्लॉग से चले गए,
            4. किस साइज की स्क्रीन से, किस तरह की डिवाइस से आपके ब्लॉग को पढ़ा गया,
            5. आपके ब्लॉग के किस लिंक पर कितने क्लिक किये गए,
            6. किस कीवर्ड को सर्च करने पर लोग आपके ब्लॉग पर आये - इत्यादि 
            इतने आंकड़े आपके सामने आते हैं कि सभी को यहाँ पर लिखा नहीं जा सकता, पूरी किताब लिखनी पड़ेगी|

            उम्मीद है आपको गूगल एनालिटिक्स का महत्त्व समझ में आ गया होगा और आप भी अपने ब्लॉग में गूगल एनालिटिक्स जोड़ना चाहेंगे, तो आपकी सुविधा के लिए मैं वीडियो पेश कर रहा हूँ, देखिये और अपने ब्लॉग से गूगल एनालिटिक्स जोड़ दीजिए |


            इस वीडियो से सम्बंधित लिंक:
            http://www.google.com/analytics/

            पिछले वीडियो में आपने सीखा था कि कैसे आप अपने ब्लॉग को गूगल में सम्मिलित करवा सकते हैं,
            अगले वीडियो में देखें कि कैसे आप अपने लेख में आवश्यक लिंक बना सकते हैं -

            मेरे सभी वीडियो के बारे में तुरंत जानकारी के लिए मेरा यू-ट्यूब चैनल सब्सक्राइब करें - धन्यवाद |

            15 अप्रैल 2011

            गूगल में जमा कराएँ अपना ब्लॉग

            नीचे दिए गए वीडियो में आपको बताया गया है कि कैसे आप अपने ब्लॉग को गूगल में जमा करवा सकते हैं,

            गूगल में अपना ब्लॉग सम्मिलित करने के फायदे -
            1. गूगल आपके ब्लॉग को इंडेक्स कर लेता है और गूगल सर्च रिजल्ट में आपके इंडेक्स किये गए ब्लॉग के लेख दिखाने लगता है
            2. आप यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि आपके ब्लॉग के किन की-वर्ड को गूगल ने इंडेक्स किया है, यदि आपको लगता है कि ये की-वर्ड सही नहीं हैं तो आप जरूरी कदम उठा सकते हैं
            3. आपके ब्लॉग में तकनीकी समस्या होने पर गूगल में आप पता कर सकते हैं, जो आपको आमतौर पर पता नहीं चलेगा 
            4. गूगल रैंक बढ़ने की सम्भावना बढ़ जाती है 
            इसके अलावा कई छुपे हुए फायदे भी हैं, जिनको आप प्रयोग करने पर ही जान पाएंगे, फिलहाल तो यह वीडियो देखें और इस वीडियो में दिखाए अनुसार अपने ब्लॉग को तुरंत गूगल में सम्मिलित करवाएं|


            जिस प्रकार गूगल में किसी ब्लॉग को सम्मिलित किया जा सकता है ठीक वैसे ही आप अन्य सर्च इंजन में भी अपने ब्लॉग को सम्मिलित करवा सकते हैं, अधिक जानकारी तथा जरूरी लिंक मयंक जी ने अपने ब्लॉग में दिए हैं, देखें|


            वीडियो से सम्बंधित लिंक:
            http://www.google.com/addurl
            http://www.google.co.in/addurl

            अगले वीडियो में देखें कि कैसे आप अपने ब्लॉग में गूगल एनालिटिक्स को जोड़ें, जिससे आप अधिक से अधिक आंकड़े जुटा सकें|

            04 अप्रैल 2011

            सामूहिक ब्लॉग संचालकों के लिए विशेष

            प्रिय ब्लोगर,

            क्या आप कोई सामूहिक ब्लॉग चला रहे हैं ? या चलाना चाहते हैं ? यदि हाँ तो क्या आपने उसके लिए कोई प्लान बनाया या बना रहे हैं? इस पोस्ट में मैं बताने वाला हूँ कि आपको क्या करना चाहिए यदि आप एक सामूहिक ब्लॉग चलाना चाहते हैं अथवा चला रहे हैं-
            सामूहिक ब्लॉग एक पत्रिका की तरह होता है, जिस प्रकार कोई भी पत्रिका किसी खास वर्ग के लिए लिखी जाती है ठीक वैसे ही सामूहिक ब्लॉग भी किसी खास वर्ग के लिए लिखा जाना चाहिए |
            उदहारण लेते हैं - माना एक पत्रिका आती है "विज्ञान और विज्ञान" माना कि इसका मूल्य २० रु. है, आप दुकान में गए और आपने पहली बार यह पत्रिका देखी और खरीद ली, क्यूंकि आपको लगा कि यह पत्रिका आपको विज्ञान की अच्छी जानकारी देगी | अब आप इत्मीनान से इस पत्रिका को पढ़ने के लिए बैठे और इसमें कुछ इस प्रकार के लेख हैं 
            1. रैम्प पर चलते समय एक मॉडल का टॉप हुआ डाउन टू अर्थ |
            2. मनमोहन ने मैच के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को न्यौता दिया |
            3. विज्ञान को सिखाने के कुछ आसान तरीके |
            4. क्या आपने आज नाश्ता किया ? 
            5. इस माह की मुख्य फ़िल्में - जरूर देखें | 
            आपका तो पता नहीं पर मेरा दिमाग इन लेखों को पढ़ कर जरूर खराब हो जायेगा और मैं आगे से "विज्ञान और विज्ञान" लेना बंद कर दूँगा | अरे भाई, यदि मुझे इस तरह के लेख पढ़ने होते तो मैं इसी प्रकार की मैगजीन लेता ना, मैं क्यूँ मेरे २० रु. "विज्ञान और विज्ञान" पर बर्बाद करता ?

            पाठकों के इस मनोविज्ञान का ध्यान उस मैगजीन के संपादक, प्रधान संपादक आदि रखते हैं और इसलिए आपको किसी भी सफल मैगजीन के अंदर सिर्फ विषय से सम्बंधित लेख ही मिलेंगे |

            अंतरजाल पर समय उतना ही महत्त्व रखता है जितना हमारी जिंदगी में रुपये का महत्त्व है | पाठक कोई भी ऐसी चीज नहीं पढ़ना चाहता जो उसके मतलब की नहीं है, और आपको यह देखना पड़ता है कि आप ऐसा क्या करें कि पाठक आपके सामूहिक ब्लॉग पर ज्यादा समय विचरण करें, या कुल मिला कर आपकी साईट से जाएँ नहीं|

            मैगजीन / सामूहिक ब्लोगिंग


            मैगजीन तथा सामूहिक ब्लोगिंग में अंतर
            • मैगजीन को तैयार करने में काफी मेहनत करनी पडती है पर सामूहिक ब्लॉग को तैयार करना बहुत आसान होता है
            • मैगजीन को उसके अंजाम तक पहुँचाने में बहुत धन खर्च होता है पर सामूहिक ब्लॉग में धन ना के बराबर खर्च होता है 
            • मैगजीन से संस्थापकों को आर्थिक लाभ होता है पर सामूहिक ब्लोग संचालकों को फायदा नहीं होता (हालांकि यह एक भ्रम है, जिसको अपने किसी अन्य लेख में तोडूंगा)
            • मैगजीन में लिखने वाले लेखकों को रु. मिलते हैं पर सामूहिक ब्लॉग में लिखने वाले ब्लोगरों को किसी प्रकार का आर्थिक लाभ नहीं होता (एक भ्रम)
            • मैगजीन में कोई भी लेख लिखे जाने से पहले कई नज़रों से होकर गुजरता है, सामूहिक ब्लोगों पर लेख प्रकाशित होने से पहले सिर्फ लेखक ने पढ़ा होता है :( 
            • मैगजीन में एकरूपता का ध्यान रखा जाता है पर सामूहिक ब्लॉग पर लेखक फॉण्ट के आकार, रंग इत्यादि का उचित प्रयोग नहीं करते 
            मैगजीन तथा सामूहिक ब्लॉग में समानताएं   
            • दोनों को सफल बनाने के लिए संस्थापक तथा टीम के अन्य सदस्यों को बहुत मेहनत करनी पड़ती है | बस ध्यान यह रखना पड़ता है कि यह मेहनत घोड़े वाली होनी चाहिए गधे वाली नहीं |
            • दोनों को सफल बनाने के लिए लेखकों को अच्छा लिखने के लिए प्रेरित करते रहना पड़ता है |

            क्या करें सामूहिक ब्लॉग संस्थापक

            पाठक वर्ग निश्चित करें

            सामूहिक ब्लॉग के पाठक कौन होंगे यह निश्चित कर लें, याद रखें यह ना सोचें कि सभी इंटरनेट उपभोक्ता आपके पाठक होंगे क्यूंकि यह संभव नहीं है उदाहरण के तौर पर मैंने आज तक कभी भी अभिनय कैसे करें विषय पर कोई लेख नहीं पढ़ा है, क्यूंकि यह मेरा मनपसंद क्षेत्र नहीं है आप भी यदि सोचेंगे तो पायेंगे कि आप भी कुछ खास चीजें पढ़ना ही पसंद करते हैं, कोई कविता, कहानी, गजल ज्यादा पढता है, किसी को समाचार ज्यादा पसंद होते हैं, कोई सिर्फ धार्मिक लेख पढ़ना ही पसंद करता है, कोई व्यंग्य पढ़ना पसंद करता है, कोई मनोरंजक सामग्री को खोजता है| उम्मीद है कि आपको यह समझ में आ गया होगा कि आपको किसी खास वर्ग के पाठकों के लिए लिखना होगा|

            जरूरी नियुक्तियां करें

            अब कुछ न्युक्तियाँ करें जिसमें आपके (प्रबंधक) अलावा संपादक, सह-संपादक, प्रूफ-रीडर, अनुवादक तथा तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हों क्यूंकि आगे के सभी कार्य आप सभी मिल कर ही कर सकते हैं

            श्रेणी / कॉलम निर्धारित करें

            अब जब आपने लिखने के लिए कोई खास वर्ग चुन ही लिया है तो अगला कार्य है कुछ दिलचस्प कॉलम निर्धारित किये जाएँ जैसे कि "क्या आप जानते हैं", "ऐसा भी होता है", "प्रथम महिला / पुरुष", "अजीबोगरीब" इत्यादि, बाकी आपकी रचनात्मक क्षमता पर निर्भर करता है कि आप कैसे अच्छे - अच्छे कॉलम बनाते हैं | अब आते हैं श्रेणियों पर लगभग हर क्षेत्र में आपको बहुत श्रेणियाँ मिल ही जायेंगी जैसे कि यदि तकनीकी क्षेत्र को ले लिया जाए तो इसमें गैजेट, मोबाइल, इंटरनेट, ऑपरेटिंग सिस्टम, लैपटॉप इत्यादि आ सकते हैं ठीक ऐसे ही अन्य क्षेत्रों में भी श्रेणियाँ निर्धारित की जा सकती हैं|

            नियम निर्धारण

            अब नियम निर्धारित कीजिये जिसमें तकनीकी, नैतिक तथा कानूनी नियम शामिल होने चाहिए| सभी महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किये गए व्यक्तियों के लिए कार्य का निर्धारण कीजिये|

            आमंत्रण पत्र तैयार किया क्या ?

            सभी अब एक बढ़िया सा आमंत्रण पत्र तैयार कीजिये जिसमें आपके सामूहिक ब्लॉग के लिए निश्चित किये गए सभी नियम, उद्देश्य, महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किये गए व्यक्तियों की सूची होनी चाहिए| अब ब्लॉगजगत में देखिये कि कौन से लेखक आपके सामूहिक ब्लॉग में शामिल होने के लिए उपयुक्त हैं, उन सभी को यह निमंत्रण पत्र भेज दीजिए कोशिश कीजिये कि प्रारंभ में 10 से अधिक लेखक ना हों |

            दंड तथा प्रोत्साहन

            लेखक जो आपके सामूहिक ब्लॉग के लिए लिख रहे हैं आप उनको कैसे प्रोत्साहित करेंगे यह सोचिये,  जैसे कि उनके ब्लॉग के लिंक को सामूहिक ब्लॉग पर स्थान देना, माह के अंत में सर्वश्रेष्ठ लेखक इत्यादि की घोषणा कीजिये| याद रखिये कि जब कोई लेखक नियम भंग करता है तो उसको दंड कैसे देना है जैसे कि सदस्यता निष्कासित करना इत्यादि |

            कुछ हट कर

            क्या आपने कुछ हट कर किया? जैसे कितना अच्छा हो कि आप माह के अंत में एक ई-पत्रिका प्रकाशित करें जिसमें उस माह में लिखे गए सभी अच्छे लेखों को स्थान दिया जाए| प्रति माह ई-पत्रिका प्रकाशित करना ना सिर्फ आपके सामूहिक ब्लॉग की लोकप्रियता को बढ़ाएगा बल्कि इससे वो लोग भी लेखों को पढ़ पाएंगे जिनके पास इंटरनेट नहीं है अथवा कभी-कभी ही इंटरनेट का प्रयोग कर पाते हैं, कुछ इस तरह की ई-पत्रिका आप हर माह प्रकाशित कर सकते हैं

            अगले लेख में पढ़ें "सामूहिक ब्लॉग चलाने के लिए कुछ जबरदस्त आइडिया"|

            03 अप्रैल 2011

            क्या आप एक से ज्यादा ब्लॉग पर एक ही लेख लिखते हैं ?

            नमस्कार ब्लोगरों,

            मैंने कुछ ब्लोगरों को हमेशा शिकायत करते हुए पाया है, कभी ब्लॉग एग्रीगेटरों से कभी गूगल, याहू से | एक ब्लोगर की शिकायत थी कि
            फलां ब्लोगर ने मात्र ५ लेख लिखे हैं उसके बाबजूद उसके पेज को गूगल ने २ रैंक दे दी है और मेरे ब्लॉग पर प्रतिदिन कई ब्लॉग प्रकाशित होते हैं फिर भी मेरे पेज की रैंकिंग अभी तक जीरो ही है |
            संभव है कि आपके साथ भी यही समस्या हो | असल में इस समस्या के पीछे एक तकनीकी कारण है किसी प्रकार का भेदभाव नहीं, और संभव है कि आपको तकनीकी जानकारी ना हो और आपकी गलतियों की वजह से गूगल आपके पेज की रैंक ना बढ़ा पा रहा हो|
            असल में मुझे किसी के ब्लॉग से कोई दिक्कत नहीं है, पेज रैंक बढे न बढे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता पर इससे हिन्दी को नुकसान होता है| आज की तारीख में सबसे ज्यादा हिन्दी डाटा हिन्दी ब्लोगों के जरिये ही उत्पन्न हो रहा है पर उससे सर्च इंजनों की नजर में हिन्दी की महत्वता नहीं बढ़ रही है क्यूंकि पूरा का पूरा डाटा एक कूड़े के रूप में अंतरजाल पर जमा हो रहा है और उससे पैटर्न बना पाना मुश्किल हो रहा है| यही कारण है कि अभी तक गूगल एडसेंस हिन्दी के ब्लोगों को सही एड प्रदान नहीं कर पा रहा है तथा गूगल एडवर्ड हिन्दी के कीवर्ड के बारे में कोई आंकड़े नहीं जुटा पा रहा है|
            यूँ तो इन बातों के कई कारण होते हैं, इनमें से एक कारण है डुप्लिकेट सामग्री : आप में से कुछ मेरी बात नहीं मानेंगे इसलिए यह लिंक दे रहा हूँ, इस बारे में पूरी जानकारी आप यहाँ पर पा सकते हैं , इस लिंक पर जो भी दिया गया है उसको में आपको अपने शब्दों में समझा रहा हूँ, उम्मीद है आपको समझने में आसानी होगी

            डुप्लिकेट सामग्री से क्या होता है और सर्च इंजन को इनसे क्या नुकसान होता है ?
            मान लेते हैं कि आपको गूगल में ताजमहल ढूँढना है तो यदि कोई ऐसी बेबसाइट है जो कि सिर्फ ताजमहल से ही सम्बंधित है जैसे कि http://www.tajmahal.com, तो जाहिर है कि इस साइट में सिर्फ और सिर्फ ताजमहल से सम्बंधित बहुत जानकारी होगी यह भी संभव है कि इस साईट के लगभग हर पेज पर ताजमहल कीवर्ड आता हो | ऐसी स्थिति में यदि आपके सर्च करने पर गूगल सिर्फ इसी साईट के ५०-७० पन्नों को अपने सर्च रिजल्ट में टॉप पर दिखाए पर याहू सिर्फ एक रिजल्ट इस साईट से दिखाए तथा बाकी रिजल्ट अन्य साईट से दिखाए जिसमे ताजमहल शब्द का प्रयोग किया गया हो, तो अगली बार आप भूल कर भी गूगल पर सर्च नहीं करेंगे और गूगल बंद हो जायेगा| इसलिए सर्च इंजन डुप्लिकेट सामग्री को महत्त्व नहीं देते|

            क्या करते हैं सर्च इंजन डुप्लिकेट सामग्री से बचने के लिए?
            जब भी किसी सर्च इंजन को डुप्लिकेट सामग्री मिलती है (एक वाक्य भी) तो सर्च इंजन यह मानता है कि लेखक ने अपने पेज की रैंकिंग बढ़ाने के लिए तथा सर्च इंजन के प्रयोक्ताओं को सही सर्च से भटकाने के लिए इस सामग्री को एक से ज्यादा जगह पर लिखा गया है ऐसा होने पर सर्च इंजन उस पेज की रैंक को ना सिर्फ कम करता है बल्कि अपनी लिस्ट से हर उस पेज को भी हटा देता है, जिस पर डुप्लिकेट सामग्री होती है, जिस स्थिति में आपका पेज सर्च इंजन में दिखाई ही नहीं देगा भले ही पूरा का पूरा लेख ही क्यूँ ना सर्च कर लिया जाए |

            एक बात याद रखिये कि अधिकतर ब्लोगर या तो blogger.com का प्रयोग करते हैं अथवा wordpress.com पर लिखते हैं, अतः इन पर लिखी जाने वाली सामग्री सर्च इंजन में एक ही डोमेन के नाम से सम्मिलित की जाती है, जिससे सर्च इंजन को यह भ्रम होता है कि एक ही डोमेन पर कई बार सामग्री को डुप्लिकेट किया जा रहा है, और इसका नतीजा सभी ब्लोगों को भुगतना पड़ता है |

            मैंने कई ब्लोगरों को अपने ब्लॉग में यह लिखे हुए देखा है कि हम हिन्दी की सेवा करना चाहते हैं इसलिए हिन्दी में लिखते हैं तो याद रखिये - यदि आप सच में हिन्दी की सेवा करना चाहते हैं तो एक ही लेख को कई जगह मत लिखिए | यह आपके लिए औरों के लिए तथा हिन्दी के लिए अच्छा होगा और यदि हर ब्लोगर इन नियमों का पालन करने लगे तो जिस दर से आज लेख लिखे जा रहे हैं उस हिसाब से वह दिन दूर नहीं जब हिन्दी के लिए भी एड उपलब्ध होने लगेंगे और हिन्दी के ब्लोगर गरीब नहीं रहेंगे |

            उम्मीद है आपको समझ में आया होगा कि डुप्लिकेट सामग्री कितनी खतरनाक होती है, अगले लेख में बताया जायेगा कि आप कैसे अपने ब्लॉग को गूगल में सम्मिलित करें | पर सम्मिलित करने से पहले यह जरूर ध्यान दें कि कहीं आपका ब्लॉग डुप्लिकेट सामग्री से भरपूर तो नहीं है क्यूंकि ऐसा होने पर आपके ब्लॉग को गूगल से ब्लोक कर दिया जायेगा और एग्रीगेटरों पर तो आपको दुबारा अपना ब्लॉग सम्मिलित करने का मौका मिल भी सकता है पर गूगल पर दुबारा छः महीने से पहले नहीं मिलेगा | तो यदि आप एक से ज्यादा ब्लॉग पर एक ही लेख लिखते हैं तो अब भी मौका है संभल जाइये :)

            23 मार्च 2011

            अब कोई ब्लोगर नहीं लगायेगा गलत टैग !!!

            मेरी पिछली पोस्ट में मैंने व्यंग्य के माध्यम से ब्लोगिंग में टैग की महत्वता बताने का प्रयास किया था, और मुझे लगता है कि मैं काफी हद तक सफल भी हुआ हूँ क्यूंकि कई लोग सही टैग का प्रयोग करने लगे हैं |

            आप में से कई लोगों ने सही टैग के प्रयोग के बारे में पूछा था, तो यह लीजिए आपके सवाल का जबाब, सबसे पहले बात करते हैं मुख्य श्रेणियों की,

            मुख्य श्रेणी यानी कि पूरे चिट्ठे का ही वर्गीकरण यानी देख कर बताया जा सके कि यह पूरा का पूरा चिटठा ही किस वर्ग में आना चाहिए, मैंने कई न्यूज चैनल, ब्लॉग एग्रीगेटर, समाचार पत्र, पत्रिकाओं का विश्लेषण किया तथा इस नतीजे पर पहुंचा हूँ कि मुख्य श्रेणी निम्नलिखित हो सकतीं हैं

            जीवन  शैली | मनोरंजन | तकनीकी | खेल | विज्ञान | विधि / न्याय | व्यापार | समाचार

            अपना ब्लॉग लेखों के साथ-साथ उस लेख के साथ जुड़े टैग को भी खींच लेता है | अब तक अपना ब्लॉग पर लगभग 10000 टैग आ चुके हैं जो आप ब्लोगरों ने ही लिखे हैं, सभी टैग में से 2000 से कुछ ज्यादा टैग ऐसे हैं जो कि 1 से ज्यादा बार अलग-अलग ब्लोगरों ने अपने लेखो में प्रयोग किये हैं (आप उन टैग को यहाँ देख सकते हैं ) उन सभी टैग को मैंने इस श्रेणियों के अंतर्गत लगाने का प्रयत्न किया है, जिससे हिन्दी चिट्ठाजगत को भी एक नये मुकाम पर पहुँचाया जा सके | 

            जीवन  शैली: वह चिट्ठे जो जीवन शैली से सम्बंधित विषयों पर लिखते हैं जैसे कि समाज, धर्म, रिश्ते, आध्यात्म, व्यक्ति, खान-पान, पार्टी, फैशन, सुंदरता, स्वास्थ्य, चर्चा तथा त्यौहार | इन सभी विषयों पर लिखे जा रहे चिट्ठों को जीवन -शैली के अंतर्गत रखा जाना चाहिए |

            अगली श्रेणी जिसमे हमारे ब्लोगर सबसे ज्यादा लिखते हैं, वह है

            मनोरंजन : ये वो चिट्ठे हैं जो समाज में "गुलाब"की स्थिती को मजबूती प्रदान करते हैं, इन चिट्ठों में खास तौर पर होलीवुड, टेलीविजन, फिल्म-समीक्षा, फ़िल्मी गीत, रंगमंच, गीत, गजल, शायरी, कविता, कहानी, हास्य, व्यंग्य चुटकुले तथा पहेली लिखे जाते हैं




            ब्लोगरों के द्वारा लिखे गए सभी टैग को किसी बड़े समूह के अंदर रखने का प्रयत्न किया गया है जैसे कि यदि एक टैग है "मेरी कविता"तो उस टैग को "कविता" के अंदर रखा गया है, बेहतर होगा कि ऐसे मौकों पर ब्लोगर कम से कम एक मेजर टैग  (जो कि ऊपर दिए गए गुच्छों के अंदर छोटे फॉण्ट में लिखे गए हैं ) का प्रयोग जरूर करें |

            कुछ  टैग सम्बंधित मेजर टैग के साथ नीचे दिए गए हैं, आगे से आप टैग बनाते समय अपने मन के जितने चाहें टैग लिखें पर कम से कम एक मेजर टैग (आपके लेख से सम्बंधित ही होना चाहिए) जरूर लिखें |

            टैग: हिमाचल की कहानी             मेजर टैग: कहानी
            टैग: दूसरी दुनियां की फिल्में       मेजर टैग: फिल्म, होलीवुड, फिल्म-समीक्षा इत्यादि

            मेजर  टैग वो टैग हैं जो पाठक को ध्यान में रख कर बनाये गए हैं, जैसे कि यदि पाठक होलीवुड की फिल्म को खोजेगा तो वह दूसरी दुनिया की फिल्म नहीं लिखेगा बल्कि सीधा-सीधा होलीवुड खोजेगा |

            जहाँ टैग आपके चिट्ठे को खूबसूरती प्रदान करेंगे (मैं आगे आने वाले लेख में बताऊँगा कि कैसे आप अपने चिट्ठे को टैगों के जरिये एक नया रंग-रूप दे सकते हैं ) वहीं मेजर टैग आपके लेख को सभी ब्लॉग संकलक तथा एग्रीगेटरों में ज्यादा पढ़े जाने लायक बनायेंगे, और आपका लेख पहले की अपेक्षा ज्यादा पढ़ा जायेगा | आपके लेख अभी सिर्फ एक दिन (जिस दिन आपने लिखा) ही पढ़े जाते हैं पर मेजर टैग का प्रयोग करने से आपके लेख बाद में भी पढ़े जाने लगेंगे |

            नीचे जो श्रेणियाँ दी गयीं हैं वो सिर्फ दो-चार ब्लोगरों के भरोसे ही जिन्दा हैं, पर आगे आने वाले समय में इन चिट्ठों के बढ़ने की संभावना भी है, कम लिखे जाने की वजह से इन श्रेणियों के अंदर के ज्यादा टैग निश्चित नहीं हो पाए हैं, जो कुछ भी निश्चित हुए हैं वह नीचे दिए गए हैं

            तकनीकी : वह चिट्ठे जो तकनीक, प्रौधोगिकी के किसी भी क्षेत्र में लिख रहे हैं इस श्रेणी के अंतर्गत आते हैं अभी तक इसके अंतर्गत सिर्फ चार श्रेणियाँ ही निर्धारित हो पायीं हैं वह श्रेणियाँ हैं गैजेट, टिप्स / ट्रिक्स, ब्लोगिंग तथा सोशल नेटवर्क

            निम्न श्रेणियों के अंतर्गत लिखने वाले चिट्ठे भी बहुत कम हैं, अतः इसके अंतर्गत किसी भी श्रेणी का निर्धारण नहीं हो पाया है | यदि आप इनमे से किसी भी श्रेणी में लिखते हैं तो जरूर बताएं जिससे आपके चिट्ठे को "अपना ब्लॉग" में सम्मिलित किया जा सके तथा अपने लेखों में जो आपको उचित लगता है उस टैग का प्रयोग जरूर करें, जिससे इन श्रेणियों के टैग भी निश्चित किये जा सकें |

            विज्ञान : कमेन्ट में कुछ मेजर टैग सुझाएँ तथा उनका प्रयोग अपने लेखों में करना शुरू कर दें |

            व्यापार: दुखद है कि इसश्रेणी के अंतर्गत अभी तक कोई भी चिटठा सम्मिलित नहीं हुआ है, यदि आपका कोई मित्र है जो इस श्रेणी में चिटठा लिखता हो तो उसको "अपना ब्लॉग" के बारे में बताएं तथा चिटठा सम्मिलित करने के लिए कहें, जिससे मेजर टैग का निर्धारण किया जा सके

            समाचार : समाचार के अंतर्गत देश, विदेश, क्षेत्रीय श्रेणी आती है, परन्तु इसमें भी मेजर टैग का अभाव है, आप सुझाएँ |
            अपनी  अगले लेख को प्रकाशित करने से पहले ध्यान दें - 

            1. बिना उपयुक्त टैग के अपने लेख को प्रकाशित ना करें, सेव कर सकते हैं
            2. टैग बनाते समय यह ध्यान रखें कि आपके लेख को किस मेजर टैग के अंदर आना चाहिए, मेजर टैग वह टैग है जो पाठक या इंटरनेट यूजर खोजते हैं (उदहारण यूजर "मेरी कहानी" नहीं खोजेगा वह सिर्फ "कहानी" खोजेगा )
            3. आप कितने भी टैग का प्रयोग करें पर कम से कम एक मेजर टैग का प्रयोग जरूर करें, अन्यथा आपका लेख लाखों लेखों के बीच खो जायेगा और असली पाठक उस लेख नहीं नहीं पहुंचेगा |
            4. यदि टैग चुनने में परेशानी आ रही है तो इस लिंक पर जायें, यहाँ २००० टैग हैं, यहाँ आपको ऐसा टैग जरूर मिल जायेगा जो आपके लेख के लिए उपयुक्त हो |
            अभी भी टैग से सम्बंधित कोई समस्या हो तो कमेन्ट में लिखें, मैं हिन्दी ब्लोगिंग की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए हमेशा प्रयासरत हूँ और आपकी हर संभव मदद करूँगा|

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