28 मार्च 2011

क्या आपने अपने ब्लॉग से नेविगेशन बार हटाया ?

कुछ और बात करने से पहले Navigation Bar देख लीजिए जिससे आपको पता चले कि Navigation Bar क्या होता है?
Navigation Bar

Navigation Bar आपको अपने ब्लॉग में सबसे ऊपर दिखाई देगा| इसको हटाने से आपके ब्लॉग को एक प्रोफेशनल लुक मिलेगा, और कौन अपने ब्लॉग को प्रोफेशनल लुक नहीं देना चाहता? आप तो चाहते हैं ना !!!

सबसे पहले तो यह कोड देखिये जो आपको अपने ब्लॉग के HTML में लिखना है अपने ब्लॉग से नेविगेशन बार को हटाने के लिए |

 /* NavBar -------------------------- */
#navbar {
height: 0px;
visibility: hidden;
display: none;
}

इस कोड को सावधानी से नीचे दिए गए वीडियो के अनुसार अपने टेम्पलेट में लगा दीजिए, थोडा ध्यान से करियेगा और टेम्पलेट को सिर्फ तभी सहेंजे जब  आप पूरी तरह संतुष्ट हों |

मेरा यह प्रयास आपको कैसा लगा जरूर बताएं, और यदि आपको कोई समस्या है तो जरूर पूछें, आपके हर सवाल का जबाब इसी प्रकार के वीडियो बना कर दिया जायेगा |

मेरे वीडियो के बारे में सबसे पहले जानने के लिए मेरा यू-ट्यूब चैनल सब्सक्राइब करें

25 मार्च 2011

क्या आपने अपने ब्लॉग में "LinkWithin" विजेट लगाया ?

आपने कई ब्लॉग पर देखा होगा कि पोस्ट के साथ उसी ब्लॉग की दूसरी पोस्टें चित्र सहित दी गई होती हैं, क्या आप जानते हैं कि यह कार्य असल में एक विजेट की सहायता से किया जाता है जिसे LinkWithin या You Might Also Link विजेट कहते हैं |

इस विजेट को लगाने से आपके ब्लॉग की पोस्टों को पढ़े जाने की सम्भावना बढ़ जाती है, तो अपनी इस पोस्ट में मैं आपको यह विजेट अपने ब्लॉग में लगाने का तरीका बताऊँगा|

LinkWithin विजेट को अपने ब्लॉग में जोड़ने के लिए निम्न स्टेप का अनुपालन करें -

  1. अपने ब्लोगर अकाउंट में लोगिन कर लें
  2. इस लिंक पर जायें http://www.linkwithin.com 
  3. अपने ब्लॉग से सम्बंधित सभी जानकारी भर दें 
  4. Get Widget बटन पर क्लिक करें, आपको दूसरे पेज पर ले जाया जायेगा
  5. अब Install Widget पर क्लिक करें, आपका ब्लोगर डैशबोर्ड खुल कर आ जाएगा
  6. LinkWithin विजेट को ड्रैग करते हुए Blogpost विजेट के नीचे ले जाकर छोड़ दें, और सेव कर दें
अपना ब्लॉग देखिये, आपका कार्य संपन्न हो चुका है, अभी भी कोई समस्या है तो नीचे दिए गए वीडियो को ध्यान से देखें, पूरी विधि को सरल शब्दों में समझाने का प्रयत्न किया है|



अगले लेख में मैं बताऊँगा कि कैसे आप अपने ब्लोगर ब्लॉग से NavBar को हटा सकते हैं| यदि आप चाहें तो मेरा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कर सकते हैं|

23 मार्च 2011

अब कोई ब्लोगर नहीं लगायेगा गलत टैग !!!

मेरी पिछली पोस्ट में मैंने व्यंग्य के माध्यम से ब्लोगिंग में टैग की महत्वता बताने का प्रयास किया था, और मुझे लगता है कि मैं काफी हद तक सफल भी हुआ हूँ क्यूंकि कई लोग सही टैग का प्रयोग करने लगे हैं |

आप में से कई लोगों ने सही टैग के प्रयोग के बारे में पूछा था, तो यह लीजिए आपके सवाल का जबाब, सबसे पहले बात करते हैं मुख्य श्रेणियों की,

मुख्य श्रेणी यानी कि पूरे चिट्ठे का ही वर्गीकरण यानी देख कर बताया जा सके कि यह पूरा का पूरा चिटठा ही किस वर्ग में आना चाहिए, मैंने कई न्यूज चैनल, ब्लॉग एग्रीगेटर, समाचार पत्र, पत्रिकाओं का विश्लेषण किया तथा इस नतीजे पर पहुंचा हूँ कि मुख्य श्रेणी निम्नलिखित हो सकतीं हैं

जीवन  शैली | मनोरंजन | तकनीकी | खेल | विज्ञान | विधि / न्याय | व्यापार | समाचार

अपना ब्लॉग लेखों के साथ-साथ उस लेख के साथ जुड़े टैग को भी खींच लेता है | अब तक अपना ब्लॉग पर लगभग 10000 टैग आ चुके हैं जो आप ब्लोगरों ने ही लिखे हैं, सभी टैग में से 2000 से कुछ ज्यादा टैग ऐसे हैं जो कि 1 से ज्यादा बार अलग-अलग ब्लोगरों ने अपने लेखो में प्रयोग किये हैं (आप उन टैग को यहाँ देख सकते हैं ) उन सभी टैग को मैंने इस श्रेणियों के अंतर्गत लगाने का प्रयत्न किया है, जिससे हिन्दी चिट्ठाजगत को भी एक नये मुकाम पर पहुँचाया जा सके | 

जीवन  शैली: वह चिट्ठे जो जीवन शैली से सम्बंधित विषयों पर लिखते हैं जैसे कि समाज, धर्म, रिश्ते, आध्यात्म, व्यक्ति, खान-पान, पार्टी, फैशन, सुंदरता, स्वास्थ्य, चर्चा तथा त्यौहार | इन सभी विषयों पर लिखे जा रहे चिट्ठों को जीवन -शैली के अंतर्गत रखा जाना चाहिए |

अगली श्रेणी जिसमे हमारे ब्लोगर सबसे ज्यादा लिखते हैं, वह है

मनोरंजन : ये वो चिट्ठे हैं जो समाज में "गुलाब"की स्थिती को मजबूती प्रदान करते हैं, इन चिट्ठों में खास तौर पर होलीवुड, टेलीविजन, फिल्म-समीक्षा, फ़िल्मी गीत, रंगमंच, गीत, गजल, शायरी, कविता, कहानी, हास्य, व्यंग्य चुटकुले तथा पहेली लिखे जाते हैं




ब्लोगरों के द्वारा लिखे गए सभी टैग को किसी बड़े समूह के अंदर रखने का प्रयत्न किया गया है जैसे कि यदि एक टैग है "मेरी कविता"तो उस टैग को "कविता" के अंदर रखा गया है, बेहतर होगा कि ऐसे मौकों पर ब्लोगर कम से कम एक मेजर टैग  (जो कि ऊपर दिए गए गुच्छों के अंदर छोटे फॉण्ट में लिखे गए हैं ) का प्रयोग जरूर करें |

कुछ  टैग सम्बंधित मेजर टैग के साथ नीचे दिए गए हैं, आगे से आप टैग बनाते समय अपने मन के जितने चाहें टैग लिखें पर कम से कम एक मेजर टैग (आपके लेख से सम्बंधित ही होना चाहिए) जरूर लिखें |

टैग: हिमाचल की कहानी             मेजर टैग: कहानी
टैग: दूसरी दुनियां की फिल्में       मेजर टैग: फिल्म, होलीवुड, फिल्म-समीक्षा इत्यादि

मेजर  टैग वो टैग हैं जो पाठक को ध्यान में रख कर बनाये गए हैं, जैसे कि यदि पाठक होलीवुड की फिल्म को खोजेगा तो वह दूसरी दुनिया की फिल्म नहीं लिखेगा बल्कि सीधा-सीधा होलीवुड खोजेगा |

जहाँ टैग आपके चिट्ठे को खूबसूरती प्रदान करेंगे (मैं आगे आने वाले लेख में बताऊँगा कि कैसे आप अपने चिट्ठे को टैगों के जरिये एक नया रंग-रूप दे सकते हैं ) वहीं मेजर टैग आपके लेख को सभी ब्लॉग संकलक तथा एग्रीगेटरों में ज्यादा पढ़े जाने लायक बनायेंगे, और आपका लेख पहले की अपेक्षा ज्यादा पढ़ा जायेगा | आपके लेख अभी सिर्फ एक दिन (जिस दिन आपने लिखा) ही पढ़े जाते हैं पर मेजर टैग का प्रयोग करने से आपके लेख बाद में भी पढ़े जाने लगेंगे |

नीचे जो श्रेणियाँ दी गयीं हैं वो सिर्फ दो-चार ब्लोगरों के भरोसे ही जिन्दा हैं, पर आगे आने वाले समय में इन चिट्ठों के बढ़ने की संभावना भी है, कम लिखे जाने की वजह से इन श्रेणियों के अंदर के ज्यादा टैग निश्चित नहीं हो पाए हैं, जो कुछ भी निश्चित हुए हैं वह नीचे दिए गए हैं

तकनीकी : वह चिट्ठे जो तकनीक, प्रौधोगिकी के किसी भी क्षेत्र में लिख रहे हैं इस श्रेणी के अंतर्गत आते हैं अभी तक इसके अंतर्गत सिर्फ चार श्रेणियाँ ही निर्धारित हो पायीं हैं वह श्रेणियाँ हैं गैजेट, टिप्स / ट्रिक्स, ब्लोगिंग तथा सोशल नेटवर्क

निम्न श्रेणियों के अंतर्गत लिखने वाले चिट्ठे भी बहुत कम हैं, अतः इसके अंतर्गत किसी भी श्रेणी का निर्धारण नहीं हो पाया है | यदि आप इनमे से किसी भी श्रेणी में लिखते हैं तो जरूर बताएं जिससे आपके चिट्ठे को "अपना ब्लॉग" में सम्मिलित किया जा सके तथा अपने लेखों में जो आपको उचित लगता है उस टैग का प्रयोग जरूर करें, जिससे इन श्रेणियों के टैग भी निश्चित किये जा सकें |

विज्ञान : कमेन्ट में कुछ मेजर टैग सुझाएँ तथा उनका प्रयोग अपने लेखों में करना शुरू कर दें |

व्यापार: दुखद है कि इसश्रेणी के अंतर्गत अभी तक कोई भी चिटठा सम्मिलित नहीं हुआ है, यदि आपका कोई मित्र है जो इस श्रेणी में चिटठा लिखता हो तो उसको "अपना ब्लॉग" के बारे में बताएं तथा चिटठा सम्मिलित करने के लिए कहें, जिससे मेजर टैग का निर्धारण किया जा सके

समाचार : समाचार के अंतर्गत देश, विदेश, क्षेत्रीय श्रेणी आती है, परन्तु इसमें भी मेजर टैग का अभाव है, आप सुझाएँ |
अपनी  अगले लेख को प्रकाशित करने से पहले ध्यान दें - 

  1. बिना उपयुक्त टैग के अपने लेख को प्रकाशित ना करें, सेव कर सकते हैं
  2. टैग बनाते समय यह ध्यान रखें कि आपके लेख को किस मेजर टैग के अंदर आना चाहिए, मेजर टैग वह टैग है जो पाठक या इंटरनेट यूजर खोजते हैं (उदहारण यूजर "मेरी कहानी" नहीं खोजेगा वह सिर्फ "कहानी" खोजेगा )
  3. आप कितने भी टैग का प्रयोग करें पर कम से कम एक मेजर टैग का प्रयोग जरूर करें, अन्यथा आपका लेख लाखों लेखों के बीच खो जायेगा और असली पाठक उस लेख नहीं नहीं पहुंचेगा |
  4. यदि टैग चुनने में परेशानी आ रही है तो इस लिंक पर जायें, यहाँ २००० टैग हैं, यहाँ आपको ऐसा टैग जरूर मिल जायेगा जो आपके लेख के लिए उपयुक्त हो |
अभी भी टैग से सम्बंधित कोई समस्या हो तो कमेन्ट में लिखें, मैं हिन्दी ब्लोगिंग की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए हमेशा प्रयासरत हूँ और आपकी हर संभव मदद करूँगा|

19 मार्च 2011

कमेन्ट में लिंक कैसे जोड़ें?

क्या आप किसी ब्लॉग को पढकर उस पर कमेन्ट देना चाहते हैं ? और कमेन्ट लिखते समय आप उस कमेन्ट पर कोई लिंक देना चाहते हैं जैसे अपने किसी लेख का लिंक, यू-ट्यूब के किसी वीडियो का लिंक !! कैसे करे?

बहुत आसान है, आपको सिर्फ यह कोड कमेन्ट बॉक्स में लिखना है

<a href="लिंक"> शीर्षक </a>

लिंक के बारे में ध्यान रखने वाली बात : http:// जरूर लगा होना चाहिए, यह वह पता है जिस पर आप क्लिक करने वाले को भेजना चाहते हैं

शीर्षक: यह वह टेक्स्ट है जो सभी को दिखाई देगा और इस पर क्लिक किया जायेगा

जैसे को यदि मैं किसी को apnablog.co.in पर भेजना चाहता हूँ, और शीर्षक में "अपना ब्लॉग - हिन्दी ब्लॉग एग्रीगेटर" तो लिखूंगा

<a href="http://www.apnablog.co.in/">अपना ब्लॉग - हिन्दी ब्लॉग एग्रीगेटर</a>

है ना आसान - बाकी आप इस वीडियो में देख लीजिए -


यदि आप भी ब्लोगिंग से सम्बंधित कोई तकनीकी प्रश्न पूछना चाहते हैं तो कमेन्ट में लिखिए आपके लिए इस प्रकार के वीडियो तैयार करना मेरी जिम्मेदारी :)

मेरा यू-ट्यूब  चैनल सब्सक्राइब कर लीजिए जिससे आपको आगे के सभी वीडियो की जानकारी तुरंत मिल जाए |

18 मार्च 2011

पाठकों पर अत्याचार ना करें ब्लोगर

एक पाठक की तरफ से आप सभी ब्लोगरों को मेरा प्रणाम,
प्रिय ब्लॉगर

मैं एक पाठक हूँ, मैं पढ़ना चाहता हूँ अच्छे लेख पढ़ना चाहता हूँ, आज से १०-१२ साल पहले में अखबार, पत्रिकाएं पढ़ा करता था पर आज इंटरनेट ने मुझे पढ़ने की इतनी सामग्री दी है कि मन प्रसन्न हो जाता है| मैं अपना पूरा दिन सिर्फ पढ़ने में व्यतीत करता हूँ सब कुछ पढता हूँ कुछ छोड़ता नहीं, मैं पढ़ने में इतना व्यस्त रहता हूँ कि कभी भी टिप्पणी नहीं कर पाता मुझे लगता है कि टिप्पणी करूँगा उतनी देर में एक लेख और पढ़ लूँगा, इसके लिए आप सभी से क्षमा चाहूँगा पर मुझे लगता है कि आप मेरे जैसे पाठकों के लिए ही लिखते हैं तो यकीन मानिए कि मैं भी आपको सर आँखों पर बिठा कर रखता हूँ मेरे टिप्पणी ना करने को मेरी मजबूरी मानिये और क्षमा कीजिये |

मुझे आप सभी ब्लोगरों से एक शिकायत है वही लेकर उपस्थित हुआ हूँ, उम्मीद है आप मेरी शिकायत दूर करेंगे| मैं हमेशा पढता रहता हूँ सभी लोग मेरे इस पढ़ने की प्रवृत्ति के कायल हैं मेरी पत्नी भी, पर आप लोगों की वजह से मुझे उसके सामने शर्मिंदा होना पड़ा जानते हैं कैसे, बताता हूँ -

होली के दिन चल रहे हैं और मेरी पत्नी कुछ खास बनाना चाहती है उसकी सास यानी मेरी माँ ने उसे कुछ खास बनाने के लिए कहा है, पर उसे कुछ नया बनाना नहीं आता पाक-कला में निपुण है पर जितने भी पकवान बनाना वह जानती है सभी बना चुकी है नया क्या बनाये यह सोच कर वह परेशान थी, उसने हमसफ़र होने के नाते मुझे अपनी इस परेशानी के बारे में बताया तो मैंने कहा यह तो बच्चों वाली समस्या है अभी समाधान कर देते हैं आखिर मेरे पढ़ना कब काम आएगा? मैंने तुरंत ब्लॉग पर सर्च किया "खाना-खजाना" पर अफ़सोस सिर्फ कुछ ही ब्लॉग मेरे सामने आये इतने बर्षों में पढते-पढते मैंने ना जाने कितने ही अच्छे पकवानों के बारे में पढ़ा था जो कि हमारी ब्लॉगर बहनों ने लिखे थे पर वो सभी सर्च में नहीं थे, मुझे लगा जैसे कोई खजाना मेरे हाथ से चला गया है | मैंने तुरंत "हमारी वाणी", "ब्लोगप्रहरी", "अपना ब्लॉग" पर रुख किया संयोग से "अपना ब्लॉग" पर "जीवन शैली -> खान-पान" मिला पर उस पर क्लिक करते ही जैसे मेरे ऊपर बिजली गिरी, कुछ नहीं था वहाँ पर सिर्फ एक लेख था और वह मेरे काम का नहीं, मेरी पत्नी मेरी पढ़ने की प्रवृत्ति को ताना देती हुई चली गयी और मैं मुंह लटका कर बैठा हूँ, शांत, अपमानित, खुद को कोसता हुआ, ब्लॉगरों पर गुस्सा बहुत आ रहा है पर आप हैं तभी मैं हूँ, आप से ही मेरा अस्तित्व है सो खुल कर आप पर गुस्सा नहीं निकाल सकता, इसलिए एक छोटी से बात आप सभी ब्लोगरों को बताना चाहता हूँ

आप इनता बड़ा ब्लॉग लिखते हैं क्या उसमे छोटा सा सही टैग नहीं लिख सकते ? आखिर हमारी बहनों ने इतने अच्छे पकवानों को बनाने की विधि सिर्फ उन ब्लोगरों के लिए लिखी थी जो उस लेख पर कमेन्ट तो देंगे पर वह पकवान बना कर नहीं देखेंगे ? मेरे जैसे सच्चे पाठकों के लिए आप कुछ नहीं लिखते ? आखिर पढता तो सिर्फ मैं ही हूँ कितने टिप्पणीकारों ने आपके लेख को ठीक से पढ़ा होगा ? आज मुझे जरूरत है तो वही लेख मुझे नहीं मिल रहे आप लोगो की लापरवाही के कारण |

मेरे ज्ञान चक्षु खुल चुके हैं, अब मैं आप लोगों के भरोसे नहीं रहने वाला आप मेरे लिए लिखते ही नहीं तो मैं क्यूँ आप के लिखे को पढूं ? अपनी वेइज्जती करवाने के लिए ? क्या बिगड जाता आप लोगों का जो सही टैग (लेबल) लगा देते अपने लेखों को तो ?

फिर मैंने देखा कि जीवन-शैली -> त्यौहार में क्या सभी त्यौहारों के लेख आ रहे हैं? वहाँ भी नहीं थे इक्का दुक्का लेखों को छोड़ कर, पिछले ६-७ दिनों से मैंने होली के कितने लेख पढ़े पर वो सब खो गए एक भी नहीं है सही जगह |  जीवनशैली -> चर्चा में भी कुछ नहीं था, जबकि इतनी चर्चा "ब्लॉग-वार्ता" और ना जाने क्या क्या चलता ही रहता है |
कविता, आहाहा मैं कितनी अच्छी कविताये रोज पढता हूँ, पर जब मनोरंजन -> कविता में गया तो वहाँ बहुत कम कवितायेँ थीं सिर्फ कुछ ही अच्छे लेखक मेरा ध्यान रख रहे हैं उनमे एक रविरतलामी जी प्रमुख हैं मैंने देखा कि उन्होंने अपने ब्लॉग पर टैग के बारे में काफी कुछ लिखा है और अपने सभी लेखों में सही टैग का प्रयोग कर रहे हैं, पर अफ़सोस कि वो व्यंजन के बारे में नहीं लिखते :(

आप सभी को मेरा अपमान कराने के लिए शुक्रिया!! जो शादी के इतने साल तक नहीं हुआ वह आज हो गया,

फिर भी मैं आपका सम्मान करता हूँ , आप की लेखकों की वजह से ही पाठकों का वजूद है पर पाठकों पर अत्याचार करना बंद कीजिये और अपने लेखों में सही टैग का प्रयोग कीजिये, कुछ टैग मैं आपको यहाँ दे रहा हूँ जो "अपना ब्लॉग" ने उपलब्ध कराये हैं और हो सकता है भविष्य में "हमारी वाणी" तथा "ब्लोगप्रहरी" भी इनका उपयोग करने लगे

खेल के अंतर्गत -
जीवन शैली के अंतर्गत - समाज, रिश्ते, आध्यात्मिक, व्यक्ति, खान-पान, पार्टी, फैशन, सुंदरता, स्वास्थ्य, चर्चा, त्यौहार
मनोरंजन के अंतर्गत- हॉलीवुड, टेलीविजन, फिल्म समीक्षा, फ़िल्मी गीत, रंगमंच, गीत, गजल, शायरी, कविता, कहानी, कार्टून, हास्य, पहेली
तकनीकी के अंतर्गत - गैजेट, टिप्स/ट्रिक्स, सोशल नेटवर्क
विज्ञान -
विधि/न्याय -
समाचार -
व्यापार -

प्लीज प्लीज प्लीज आगे से सही टैग का प्रयोग कीजिये, मान लीजिए कि आपने होली के किसी खास पकवान के बारे में एक लेख लिखा है तो उस लेख में "त्यौहार, होली, पकवान, व्यंजन, खाल-पान, हिंदू-त्यौहार"  इन टैग का प्रयोग कीजिए यकीन मानिए मेरे जैसे सच्चे पाठकों को इससे बहुत फायदा होगा और आपको दुआएं मिलेंगीं

गुस्से मैं यदि कुछ ज्यादा कह दिया तो क्षमा प्रार्थी हूँ

आपका पाठक

12 मार्च 2011

फीड से सम्बंधित एक और समस्या और उसका समाधान

यह समस्या मैंने पहली बार देखी तो सोचा कि आप सभी से साझा किया जाए, हुआ ये कि "अपना ब्लॉग" पर कार्य कर रहा था, गिरिजेश राव जी ऑनलाइन दिखे तो उनसे चैट प्रारंभ कर दी, उन्होंने यह समस्या सामने रख दी,

समस्या थी कि उनके ब्लॉग की नई पोस्ट "अपना ब्लॉग" पर नहीं आ रहीं थीं, क्यूंकि "अपना ब्लॉग" पर मैंने कार्य किया है सो मुझे पता है कि ब्लागस्पाट की पोस्ट सिर्फ तब ही नहीं दिखाई देगी जब उसकी फीड में कोई समस्या हो , सो मैंने उनके ब्लॉग "चलते-चलते" की फीड जाँची, तो पता चला कि उन्होंने अपने ब्लॉग की फीड को फीड-बर्नर से बर्न किया हुआ था और फीडबर्नर ने 22/oct/2010 के बाद लिखी गयी किसी पोस्ट को अपडेट नहीं किया था, इतना तो तुरंत साफ़ हो गया कि समस्या फीडबर्नर की तरफ से है सो मैंने गिरिजेश राव जी से फीडबर्नर को जांचने के लिए कहा, पर वे फीडबर्नर से पूरी तरह अनजान थे, सो मैंने उनसे पासवर्ड की डिमांड की, पासवर्ड मिलने पर मैंने उनकी समस्या कैसे सुलझाई वह आपके सामने लिख रहा हूँ, उम्मीद है आपको फायदा होगा :)

step1: http://feeds.feedburner.com पर जायें
step 2: सम्बंधित फीड का चुनाव करें ("गिरिजेश राव" जी की फीड के लिए मैंने "चलते-चलते" को चुना)
step 3: edit feed details पर क्लिक करें (तीन टेक्स्ट बॉक्स खुल जायेंगे)
step 4: पहले टेक्स्ट बॉक्स में इस फीड का टाइटल होगा, इसको ऐसे ही छोड़ दें
step 5: दूसरे टेक्स्ट बॉक्स में असली फीड का पता भरा जाता है

ब्लागस्पाट के केस में यह http://<आपका ब्लॉग पता>/feeds/posts/default होता है जैसे कि मेरे इस ब्लॉग की फीड का पता http://yogendra-soft.blogspot.com/feeds/posts/default है,

इसको भरने के बाद (पहले से ही भरा हुआ था ) जब [Save Feed Details] बटन पर क्लिक किया तो निम्नलिखित मैसेज आया :

फीडबर्नर आपकी फीड को बर्न नहीं कर सकता क्यूंकि आपकी फीड का साइज 512K से ज्यादा है (जाहिर है मैसेज इंग्लिश में था)

फीड का साइज 512K पहुँचने की सम्भावना बहुत कम होती है, पर ऐसा किन स्थितियों में हो सकता है इस पर एक नजर डालते हैं -

1. यदि आप फीड में बहुत ज्यादा लेखों को सम्मिलित करते हैं तो,
2. यदि आप फीड में पूरे-पूरे लेख सम्मिलित करते हैं तो
3. यदि आप अपनी लेख में व्यर्थ की HTML का प्रयोग बहुत ज्यादा करते हैं तो (हालांकि इससे यह समस्या आने की सम्भावना उतनी नहीं है जितनी कि ऊपर के दोनों कारणों से )

यदि कारण 1 है तो तरीका बहुत आसान है,

दूसरे टेक्स्ट बॉक्स जिसमे असली फीड का पता भरा जाता है ( ऊपर step 5 देखें ) में फीड के पते के साथ "?max-results=3" भी जोड़ दें, जैसे कि यदि मेरे ब्लॉग में यह समस्या होती है तो समाधान के लिए मैं इस टेक्स्ट बॉक्स में
http://yogendra-soft.blogspot.com/feeds/posts/default के स्थान पर
http://yogendra-soft.blogspot.com/feeds/posts/default?max-results=3 लिखूंगा

ध्यान दें आप बाद की संख्या को बदल भी सकते हैं वैसे 10 ठीक रहता है, सामान्यतः ब्लोगर इसकी संख्या को 25 रखते हैं जो बहुत ज्यादा है, यह संख्या दिखाती है कि आप अपने कितने लेखों को इस फीड में शामिल करना चाहते हैं ?

यदि कारण 2 है तो भी आसान तरीका है,

अपने ब्लॉग की सेटिंग्स-> साइट फीड  में  जायें

ब्लोग्स फीड को अनुमति दें में "छोटा" विकल्प को चुनें

और [सेटिंग्स सहेंजें] बटन पर क्लिक करें

यह सेटिंग वैसे भी उपयोगी है, अधिकतर ब्लोगर की शिकायत रहती है कि "ब्लॉग एग्रीगेटर" उनकी पूरे लेख को दिखाते हैं जो कि गलत है | असल में ब्लॉग एग्रीगेटर फीड पर निर्भर रहते हैं यदि आपने पूरी पोस्ट को ही फीड में दिखा दिया तो ब्लॉग एग्रीगेटर कुछ नहीं कर सकता उसको आपकी फीड से जो कुछ मिलेगा वह उसको वैसा का वैसा दिखा देगा |

आपको और अधिक जानकारी इस लिंक पर मिल सकती है

उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद रही होगी | आपके कमेन्ट हौसला बढ़ाने का कार्य करते हैं, यदि दे सकते हैं तो जरूर दीजिए, नहीं भी देंगे तो भी आपको जानकारियां मिलती रहेंगी :)

आप भी ब्लोगिंग से सम्बंधित प्रश्न पूछ सकते हैं अपने तकनीकी प्रश्न "अपना ब्लॉग फोरम पर पूछें, मेरी कोशिश रहेगी कि आपके सभी प्रश्नों का समाधान कर सकूं

10 मार्च 2011

मैनपुरी के छात्र, मैनपुरी का भविष्य

कहा जाता है कि किसी भी देश का भविष्य उस देश के युवा होते हैं, मैं मैनपुरी के युवाओं की बात करना चाहूँगा, मैं पिछले कुछ दिनों से मैनपुरी में था, Learn By Watch के कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र को एक नई दिशा देने के लिए मेरा वहाँ जाना हुआ था|

मैंने सोचा कि क्यूँ ना बच्चों का एक टेस्ट ले लिया जाए जिससे यह पता चल जाए कि यहाँ के विद्यार्थी किस लेवल के हैं ? बस यह विचार दिमाग में आते ही मैंने एक आई.क्यू. टेस्ट तैयार किया और जानबूझ कर उसको थोडा सा कठिन रखा, मेरा मानना है कि आज के दौर में आगे बढ़ने के लिए हर क्षेत्र की थोड़ी-२ जानकारी आवश्यक है सो इस टेस्ट को कुछ ऐसा ही बनाया गया था | इस टेस्ट के २ अलग-अलग सेट तैयार किये गए जिनके प्रश्न समान थे पर उत्तर अलग-अलग थे जिससे नक़ल कर के नंबर लाने वालों की संख्या में कटौती की जा सके |

कुल 85 छात्र-छात्राओं ने टेस्ट में भाग लिया, जिसमे सेंट सोल्जर पब्लिक स्कूल तथा ब्लूमिंग बड्स के विद्यार्थी सर्वाधिक मात्रा में शामिल हुए | बहुत कम लोगों के नंबर २५% से कम थे, शायद २-३ विद्यार्थी ही ऐसे थे, इतनी ही संख्या ७५% से अधिक अंक पाने वाले विद्यार्थियों की थी, बाकी सभी विद्यार्थीओ ने २५% से ७५% तक के अंक  प्राप्त किये थे |

जिस प्रकार का मैंने टेस्ट बनाया था मैं २५% से कम अंक की ही उम्मीद कर रहा था, पर विद्यार्थिओं ने कमाल कर दिया और उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया, यहाँ ध्यान देने की बात यह रही कि सभी लोग इस टेस्ट में हिस्सा लेने के लिए स्वतन्त्र थे पर कॉलेज के विद्यार्थियों ने इस टेस्ट को नहीं दिया मुझे इसके २ कारण नजर आते हैं और वह है हीन-भावना या घमंड,

हो सकता है कि हीन-भावना से ग्रसित रहे हों वह विद्यार्थी, यह सोच रहे हो कि पता नहीं कैसा टेस्ट होगा? कैसे कर पायंगे? कितने नंबर ला पाएंगे? क्या पुछा जायेगा? कहीं ऐसा न हो कि वेइज्जती हो जाए वगैरह-वगैरह यदि ऐसा है तो इन विद्यार्थिओं के साथ-साथ मैनपुरी का भविष्य भी अंधकारमय है, क्यूंकि यह वो विद्यार्थी हैं जिनको अब लगातार कई परीक्षाएं देनी हैं, इनको इस तरह के पेपर के लिए तैयार रहना है पर वे दुविधा में है तैयार ही नहीं हैं, ऐसे में ये विद्यार्थी क्या करेंगे यह तो वक्त ही बताएगा पर मुझे काले बादल नजर आ रहे हैं

यदि घमंड में थे कि क्या फालतू टेस्ट देंगे, क्या होगा इस टेस्ट से? मुझे जरूरत नहीं है ऐसे टेस्ट की इत्यादि तो भी समस्या गंभीर है क्यूंकि विद्यार्थी को झुक कर चलना चाहिए किसी भी टेस्ट को छोटा या बड़ा नहीं समझना चाहिए, इस स्थिति में भी समस्या गंभीर है और समाधान खोजना बहुत जरूरी है

स्कूली विद्यार्थियों ने कमाल का प्रदर्शन किया और समय खत्म होने के बाद भी विद्यार्थी आते ही जा रहे थे, उनमे जोश था अपने दोस्तों से आगे निकलने की तमन्ना थी, किसी भी प्रकार के प्रश्न को हल करने का जूनून था और सपने थे, कुछ कर दिखाने के, यदि यह विद्यार्थी ही मैनपुरी का भविष्य हैं तो यह भविष्य एक स्वर्णिम भविष्य है,

मुझे ऐसा लगा कि स्कूल तथा कॉलेज के बीच ऐसा कुछ है जो छात्रों को खोखला कर रहा है, जहाँ स्कूली छात्र जोश में लबालब थे वहीँ कोलेज के छात्र किसी भार के तले दबे हुए, उनकी आँखों में जहाँ सपने होने चाहिए थे कुछ भी नहीं था, मैं कोशिश करूँगा कि इन छात्रों के अंदर आत्म-विश्वास पैदा कर सकूं जो कहीं खो गया है, क्यूंकि मैं नहीं चाहता कि मैनपुरी हमेशा अविकसित ही रहे उसका विकास इन विद्यार्थियों के कन्धों पर है और इन कन्धों को मजबूत बनाना मेरा और सभी मैनपुरी निवासियों का पहला कर्तव्य होना चाहिए, मेरी कोशिश हमेशा जारी रहेगी यदि आप कुछ कर सकते हैं तो जरूर करिये -


धन्यवाद 

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