23 जुलाई 2011

ब्लोगिंग से कमाई!! मैं तैयार हूँ, आप?

आपको शायद ध्यान हो मैंने अपनी एक पोस्ट में सामूहिक ब्लोगिंग के लिए कुछ आइडिया आप लोगों को बताये थे, पर उन आइडिया को इम्प्लीमेंट करने के लिए मेरे पास समय की कमी थी, पर अब मैं तैयार हूँ कुछ बड़ा और बेहतर करने के लिए, मुझे चाहिए आप में से कुछ लोग (20 - 40)| मैं ब्लोगिंग को कमाई का जरिया बनाना चाहता हूँ और अकेले ना तो कमा सकता हूँ और ना ही कमाना चाहता हूँ :)

मित्रों आज तथा आने वाले कुछ दिनों तक पूरी तरह से कमाने की बात होगी, चर्चा का मुख्य विषय होगा ब्लॉग अथवा इसके जैसी विधाओं से कैसे कमाया जा सकता है? 

सीरीज से सम्बंधित कुछ ख़ास बातें:
  1. इस सीरीज में जो कुछ भी प्रकाशित होगा उसको एक पुस्तक के रूप में आपके समक्ष प्रस्तुत कर दिया जायेगा जिससे आप डाउनलोड कर सकें तथा ऑफलाइन होने पर भी पढ़ सकें,
  2. इस सीरीज में जो कुछ भी बताया जा रहा है उसको तब तक नहीं आजमायें जब तक की यह सीरीज पूरी नहीं हो जाती अन्यथा आप अपना नुकसान कर बैठेंगे,
  3. इस सीरीज के अंत में मैं आपको मेरे द्वारा प्रारंभ होने वाले कुछ प्रोजेक्टों के बारे में जानकारी दूंगा, जिसमें यदि आप चाहें तो भाग ले सकते हैं, जिसके जरिये आपके कमाने के मौके पहले के मुकाबले कई गुना बढ़ जायेंगे
  4. मेरे यह प्रोजेक्ट ख़ास तौर पर गृहणियों, बच्चों, रिटायर्ड व्यक्तियों तथा बेरोजगार युवकों के लिए होंगे
  5. मेरे इन प्रोजेक्ट की बारीक से बारीक जानकारी इन लेखों में दी जायेगी और यदि आप चाहें तो आप भी इन  प्रोजेक्ट को अपना सकते हैं, और इन आइडिया को इम्प्लीमेंट करने में मेरी मदद भी ले सकते हैं,
  6. इस सीरीज में जो भी बातें आपको बताईं जायेंगी वो मैंने एक दिन में नहीं सीखीं हैं, बहुत धीरे-धीरे कई चीजों पर नजर रख कर, कई पुस्तकें पढ़ कर तथा बहुत रुपये खर्च करके सीखीं हैं, उसके बाद भी इनमें कमी हो सकती है इसलिए मैं चाहता हूँ कि तकनीकी के जानकार लोग जैसे कि पाबला जी, शाहनबाज भाई, रवि रतलामी जी, रतन सिंह शेखाबत जी तथा आप, इन लेखों में मिलने वाली गलत बात को तर्क के साथ काटें तथा मुझे सही रास्ते से परिचित करवाएं
  7. इन लेखों के लिंक आप चाहे जहाँ दे सकते हैं, पर इन लेखों को की नक़ल अपनी किसी भी वेबसाईट अथवा ब्लॉग पर करना सख्त मना है 
प्रस्तुत है इस सीरीज का प्रथम लेख-

गूगल एडसेंस जिंदाबाद
पिछले 2 बर्षों से कमाने के मौके देने वाली साईट को देख-परख रहा था और कई वेबसाईट को जांचने के बाद मैं इस नतीजे पर पहुंचा हूँ की प्रारंभ में कमाई करने के लिए एडसेंस से बेहतर कुछ नहीं है, यह विचार मेरे दिमाग में बहुत पहले से थे पर मैं पहले यह देख लेना चाहता था की एडसेंस से ठीक-ठाक आय हो सकती है या नहीं और पैसे समय पर मिल जाते हैं या नहीं? और एडसेंस पर पूरा भरोसा होने के बाद अब वक्त है अपने विचार आपको बताने का और उनमे आपको शामिल करने का हालांकि मैं पूरी तरह गूगल एडसेंस पर निर्भर नहीं हूँ पर बाकी सभी रास्ते तब खुलते हैं जब हम कुछ बड़ा कर चुके होते हैं, प्रारंभ में गूगल ही मदद करता है

ढूंढिए मनुष्य की कमजोरी-
इसको कमजोरी ना कह कर यदि जरूरत कहा जाए तो ज्यादा उचित होगा क्यूंकि कोई भी व्यक्ति तभी रुपये खर्च करेगा जब उसको कुछ ना कुछ जरूरत होगी, याद रखिये कोई खर्च करेगा तभी तो आपको रूपया मिलेगा :) उदाहरण के लिए मनोरंजन एक बहुत बड़ा उद्योग है, मनोरंजन में फ़िल्में, गीत, गेम, फैशन शो और कभी कभी समाचार भी आ जाते हैं, ये वो चीजें हैं जिनकी तरफ व्यक्ति खुद आकर्षित होता है तथा इन पर रुपये खर्च करने के लिए तैयार रहता है, और मनोरंजन के बिषय में सबसे अच्छी तथा बड़ी बात यह है की हर किसी की जरूरत है

ठीक ऐसे ही पिछले कुछ बर्षों में शिक्षा एक बहुत बड़े उद्योग के रूप में उभर कर आया है, व्यक्ति अपने लिए कुछ सुख सुविधाएँ छोड़ देता है पर कोशिश करता है की अपने बच्चों को उचित शिक्षा दिलाई जाये, हालांकि मनोरंजन के मुकाबले इस क्षेत्र में आबादी की कमी है पर मनोरंजन के मुकाबले इस क्षेत्र में रुपये अच्छे मिलने की संभावना रहती है

अब उदाहरण लेता हूँ शौक का, शौक किसी भी चीज का हो सकता है उदाहरण के तौर पर मुझे कराटे, गिटार तथा पढने-पढ़ाने का बहुत शौक है, मैगजीन, कार्टून, कोमिक्स, नोबल, उपन्यास मेरे परम मित्र हैं किसी भी क्षण वो आपको मुझसे अलग नहीं दिखेंगे कहने का अर्थ है की पढने-पढ़ाने का मैं पागलपन की हद तक शौक़ीन हूँ, इस क्षेत्र में अच्छे रुपये मिलने की संभावना रहती है पर इसके लिए बिशेष मेहनत करनी पड़ती है क्यूंकि यदि कोई व्यक्ति दीवानगी की हद तक किसी चीज के प्रति पागल है तो वह बहुत कुछ पाने की कोशिश करेगा और आपको भी उसकी इच्छा पूरी करने के लिए दीवानगी की हद तक पागल होना चाहिए  

धैर्यवान
यह गुण नया नहीं है, यह हर क्षेत्र में कार्य करते समय होना चाहिए, ऑनलाइन कमाई करना भी ठीक वैसा ही है, बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है तथा अन्य क्षेत्रों के मुकाबले यहाँ कुछ ज्यादा ही धैर्य रखना पड़ता है, पर जैसा की आप जानते हैं की धैर्य का फल मीठा होता है, इस क्षेत्र में भी ठीक वैसा ही है सिर्फ अंतर इतना है की बाकी क्षेत्रों के मुकाबले यहाँ कुछ ज्यादा ही मीठा होता है, यानि की यहाँ रुपये कमाने की संभावना सामान्य से ज्यादा होती है
 
ऑनलाइन कमाने के लिए कुछ शर्तें-

पहली शर्त: सिर्फ एक ही चीज पर अपना पूरा ध्यान लगा दीजिये (मैंने देखा है यहाँ ब्लॉगजगत में कुछ लोग सब कुछ करने की कोशिश करते हैं और कुछ भी नहीं कर पाते) मैं यहाँ पर तीसरा खम्बा का उदाहरण देना पसंद करूंगा तीसरा खम्भा एक ऐसा ब्लॉग है जो सिर्फ और सिर्फ एक ही बिषय पर केन्द्रित है,

दूसरी शर्त: आपके द्वारा प्रदान की जा रही सुविधा या जानकारी किसी ना किसी के काम की होनी चाहिए, यहाँ पर मैं माफी चाहूँगा पर कविता तथा कहानी वाले ब्लॉग किसी के काम के नहीं होते, असल में कविता तथा कहानी लोगों की मजबूरी नहीं होते, और बहुत साफ़ शब्दों में कहूं तो कविता तथा कहानी के ब्लॉग से कमाई करने के बारे में सोचना अपना समय बर्बाद करना है (यदि आपका ब्लॉग कहानी तथा कविता का है तो निराश ना हों, मैं अपने एक लेख में सिर्फ कविता तथा कहानी के ब्लॉग से कैसे कमाया जाये बिषय पर ही चर्चा करूंगा)

तीसरी शर्त: कुछ अलग सोचने की क्षमता, कारण बहुत आसान है ये बातें जो मैं आपको इस लेख में बता रहा हूँ वो आपको क्या लगता है, लोगों को पता नहीं होंगी? हा हा हा !! लोगों को पता है और लोग भी यही करेंगे जो आपको मैं बता रहा हूँ, असल में करते ही हैं फिर आप कहाँ टिकेंगे? इसलिए क्या आप कुछ अलग सोचने की क्षमता रखते हैं?

चौथी शर्त: सोचिये की आपके पाठक क्या चाहते हैं, ना की ये की आपके हिसाब से क्या सही है!! एक उदाहरण लूँगा मेरे एक मित्र सिर्फ इसलिए अपनी एम.टेक की पढाई उत्तीर्ण नहीं कर पाए क्यूंकि वो सिर्फ वह प्रस्तुत करते थे जो उनको अच्छा लगता था, जो चीज उनको अच्छी नहीं लगी उसको वह प्रस्तुत नहीं करते थे, क्यूँ भाई? अरे यार तुमको पास कौन करेगा? अध्यापक, तो उनको आप वो क्यूँ दे रहे हो जो आप देना चाहते हो? वो दो ना यार जो उनको अच्छा लगता है बहुत सीधा सा हिसाब है यहाँ अधिकतर ब्लोगर ब्लोगिंग के वीडिओ चाहते हैं और मैं यदि आपको सी प्रोग्रामिंग के वीडिओ देने लगूं तो? आप लोगे? नहीं ना तो बस ऐसे ही वो प्रस्तुत करो जो लोग चाहते हैं ना की वो जो आप चाहते हैं

पांचवीं तथा अंतिम शर्त: तकनीकी की पूरी जानकारी, पूरी जानकारी यदि आपको ना भी हो तो भी चलेगा क्यूंकि मैं आपकी पूरी मदद करने वाला हूँ इस मामले में मेरी इस पूरी सीरीज में आपको आपके हर सवाल, क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए, कैसे पता लगायें की सामने वाला क्या चाहता है तथा ऐसी विधाओं से कैसे कमायें जिसमें लोग बिल्कुल भी रुपये खर्च नहीं करना चाहते, इत्यादि विषय पर बहुत विस्तृत वर्णन करूंगा, कहने का अर्थ यह है की इस पूरी सीरीज के समाप्त होने पर आपको तकनीकी की जानकारी में कुछ भी बचेगा नहीं

बिशेष:
  • इस सीरीज के लेख मेरे इस ब्लॉग पर हर शनिवार, सोमवार तथा बुधवार को सुबह आठ बजे प्रकाशित होंगे अतः समय का ध्यान रखें,
  • यदि आप एक बेरोजगार युवक हैं तो इन लेखों पर ख़ास निगाह रखें सिर्फ इतना ध्यान रखें कि पहला ध्यान एक अच्छे कैरियर पर होना चाहिए,
  • आपके सुझाव का स्वागत है, निंदकों का ख़ास तौर पर क्यूंकि मैं चाहता हूँ कि यह सीरीज ज्यादा से ज्यादा विस्तृत हो 
 अभी करें-
  • यदि आप फिल्मों तथा फ़िल्मी-गीतों के शौक़ीन हैं और आप मेरे इस प्रोजेक्ट में शामिल होना चाहते हैं तो मुझे संपर्क करें मेरे मोबाइल नंबर 9022419053 पर, 
  • यदि आप अध्यापक हैं अथवा पढने पढ़ाने में रूचि रखते हैं तथा हाई-स्कूल / इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों को पढ़ाने की क्षमता रखते हैं तथा मेरे प्रोजेक्ट में शामिल होना चाहते हैं तो मुझे संपर्क करें मेरे मोबाइल नंबर 9022419053 पर,
  • यदि आपके दिमाग में बहुत दिनों से कोई आइडिया कुलबुला रहा है पर आप उसको कैसे इम्प्लीमेंट करें यह तय नहीं कर पा रहे हैं तो मुझे अपनी पूरी समस्या डिटेल के साथ मेल कीजिये मेरे ई-मेल एड्रेस (yogendra.pal3@gmail.com) पर, आपकी पूरी जानकारी गुप्त रखी जायेगी

19 टिप्‍पणियां:

  1. aap ka sirij pad ke aacha laga, samil hona chahatha hu
    magar muje eske bare may aur be kuch jankare chiye, kuch samj may aaya kuch nahe
    aagar may keya aap ko kal kar sakathi hu may chennai may hu
    pls rly me

    mare blog may ap ka svagth
    आपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें.
    लिकं हैhttp://sarapyar.blogspot.com/
    अगर आपको love everbody का यह प्रयास पसंद आया हो, तो कृपया फॉलोअर बन कर हमारा उत्साह अवश्य बढ़ाएँ।

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  2. हम तो सबसे पहले आपकी ये सीरीज पढ़ना चाहेंगे|

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  3. मेरी हार्दिक शुभकामनाएं आपके साथ है ... मेरे लायक कोई सेवा हो तो आदेश करें !

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  4. आपका उद्योग फलीभूत हो आपको ढेरों शुभकामनायें।

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  5. में थोड़ी लेट पंहुचा पर् में तो इस काम में आपके साथ ही हू !क्यों की मेरा दिमाग ही कुछ ऐसा करने की ही सोचता रहता है और मेरे मन में भी काफी सुझाव है !आप मुजहे अपने साथ मानिये ही में student हू पर् में इस प्रोजेक्ट को करना जरुर पसंद करुगा क्यों की में भी कुछ अलग ही इस लाइन में करना चाहता हू और में भी ब्लॉग से लोगो को पैसे कमाने की तकनीक सोच रहा था !आपको ध्यान होगा आपने अपनी एक पोस्ट में लिंक से पैसे कमाने के लिए कहा था की में में अगली पोस्ट में बताउगा पर् आपने आगे उस बारे में चर्चा नहीं की !लेकिन मैने उस बारे में कुछ सोचा है !

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  6. योगेन्द्र जी,
    आप ने पहली ही कड़ी में बहुत श्रम किया है। जिस तरह से आपने अपनी योजना प्रस्तुत की है उस से लगता है कि यह श्रंखला बहुत महत्वपूर्ण होगी।
    मैं आप की इस पाठशाला का विद्यार्थी बनने को तैयार हूँ। दाखिला मिलेगा?

    तकनीकी रूप से सक्षम मैं नहीं हूँ। हो सकता हूँ, लेकिन उतना समय नहीं है। उस समय का अन्यत्र उपयोग करता हूँ।

    बहुत लोग हैं जो समाज की बेहतरी के लिए काम करना चाहते हैं और करते भी हैं। लेकिन उस काम से उन्हें कुछ नहीं मिलता। यदि अंतर्जाल पर कुछ घंटे काम करने पर उन्हें कुछ मिलेगा तो वे निश्चिंत हो कर अपने सामाजिक कामों को कर सकेंगे। यह श्रंखला ऐसे मित्रों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकती है।

    आप ने तीसरा खंबा का उल्लेख किया उस के लिए आभारी हूँ।

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  7. @विद्या जी : आप मुझे फोन कर सकतीं हैं मैंने अपना कोंटेक्ट नंबर लेख में दिया है,

    @रतन जी: आपकी सलाह की आवश्यकता भी होगी

    @शिवम् जी: शुक्रिया, जैसे ही आवश्यकता होगी अवश्य सूचित करूंगा

    @प्रवीण पाण्डेय: बहुत बहुत धन्यवाद मित्र

    @उपेन्द्र शुक्ल: यदि आप विद्यार्थी हैं तो मैं आपसे कहूँगा की आप अपना अधिकतम समय पढने में लगाएं, यदि आप किसी प्रोजक्ट में शामिल होना चाहते हैं तो उसके लिए आपको एक समय नियत कर देना चाहिए, जैसे दिन में २ घंटे आप इस कार्य के लिए रखेंगे तथा बाकी समय आप पढाई में लगाएं, मैंने अभी तक आपके प्रश्न का उत्तर इसलिए नहीं दिया था क्यूंकि मेरे हाथ में अभी तक रुपये नहीं आये थे, जब तक नगद मेरे हाथ में ना आ जाये मैं किसी भी कमाने के साधन पर भरोसा नहीं करता

    @दिनेश राय द्विवेदी जी: सर, आपने तो यह बात कह कर मेरा उत्साह तथा जिम्मेदारी दोनों बढ़ा दीं,
    तकनीकी रूप से मजबूत होना आवश्यक भी नहीं है,
    मैं इस सीरीज में कुछ भी नहीं छुपाऊँगा, हर पहलू पर बात करूंगा और मैं चाहता हूँ की आप देखें कि कैसे समाज के लिए कुछ करनेवाले लोग कमा सकते हैं, हालांकि मेरी यह सीरीज सिर्फ कमाने के ऊपर है पर मैं इसमें कई ऐसी चीजों का जिक्र भी करूंगा जो इंसानी स्वभाव तथा भावनाओं से सम्बंधित हैं, इस सीरीज में कुछ कटु सत्य होंगे तथा कुछ मीठी बातें, परिश्रम हर जगह करना पड़ता है यहाँ भी करना पड़ेगा, इसलिए यदि कोई इस बहकाबे में है कि वो ऑनलाइन कमाने से अपना घर चला लेगा तो फिर उसको पूरा समय यहाँ देना भी पड़ेगा :(

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  8. मैं भी निगाह रखूंगा… मैं तकनीकी रूप से निरक्षर ही सही, लेकिन आप तो हैं ही मदद के लिए। विचारधारा के प्रसार के साथ जेब में 2-4 रुपये भी आ जाएं तो किसे बुरा लगेगा… :)

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  9. बहुत ही सुन्दर शुरुआत लग रही है ! आगे बढे , हम भी सफ़र में साथ चलने के लिए उत्सुक है ! शुभकामनाएं

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  10. भाई योगेंद पाल जी
    आपकी योजना सबके हित में है. मैं इस सीरीज कि हर कड़ी का इंतज़ार करूंगा. आपने एडसेंस को कमाई का सुगम माध्यम बताया है लेकिन यह तो हिंदी भाषा के ब्लॉग्स को सपोर्ट ही नहीं करता. फिर यह सुगम कैसे..? बतलाने का कष्ट करें.

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  11. योगेन्द्र जी आपके लेख पढ कर बडा अच्छा लगा , आप जैसे अच्छे लोग यदि समाज मैं इस तरह लोगो कि भलाई के लिये काम करेन्गे तो वो दिन दुर नही जब बेरोज्गारी कम हो जायेगी . मै एक स्टोरी , स्क्रीन्प्ले , राईटर हुं ,, मुंबई मैं हु ,, ओर आपके आथ आना अच्छा लगेगा --पवन

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  12. आपके दवारा दी गई जानकारी बहुती अच्‍छी है। मैने भी एक आपके द्वारा ब्‍लगा की जानकारी के आधार पर यह एक ब्‍लाग साईट बनाया है। परन्‍तु वह अभी तक गुगल के इंडेक्‍स में जगह नहीं दिया गया है। मैने बार-बार जोडने का प्रयास कर रहा हू। मुझे विडियो ग्राफी करने का शौक है परन्‍तु जानकारी नहीं होने के कारण अभी तक मैं नहीं जानता हू। क्‍या आप मेरे इस काम के लिए मदत कर सकते है।

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  13. योगेन्‍द्र जी आपके लेख पढ कर अच्‍छा लगा। जिससे प्रेरित होकरर मैने भी एक ब्‍लाग तैयार किया हू। कष्‍ट कर इसके बारे में अपनी राय बतावे। www.softdown999.blogspot.com

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  14. योगेन्‍द्र जी आपके लेख पढ कर बहुत अच्‍छा लगा। मै ने भी एक ब्‍लग बनाया है कष्‍ट कर इसका अवलोकन कर अपनी राय देवे ताकि और अच्‍छा बना सकू। www.softdown999.blogspot.com

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  15. शानदार , अदभुत प्रयास योगेन्द्र जी । आपके ब्लाग को पढकर और एक दिन नीरज जाट जो कि मुझे काफी पास मिल सकते थे और उन्होने मुझे अपना पूरा एक दिन दिया ,को मिलकर मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला । आपका तरीका तो अनपढ आदमी के लिये भी सीखाने वाला है और जो थोडा बहुत हाथ पैर मार लेता हो वो तो तैर जायेगा । आपका बहुत बहुत धन्यवाद । मै आपको पहले मैसेज नही कर पाया क्योंकि मै यूनीकोड क्या होता है नही जानता था । आपकी और नीरज जी की सहायता से ब्लाग बनाने का सपना साकार हुआ है । अगर समय मिले तो देखकर जरूर बताईयेगा कि क्या क्या कमिया हैं । www.onetourist.blogspot.in

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  16. मेरा नाम मनीष है जैसा कि आपने ऊपर लिखा है कि आगर आप फिल्मी गीतों या फिल्मों के शौकीन हैं तो मुझसे संपर्क कीजिए । सर मेरी ई मेल आई डी mk39431@gmail.com हैं जो भी जानकारी हो आप मुझे भेज दो

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  17. प्रिय योगेन्द्र जी‍‍‍‍‍‍‍‍‍‌‌‌ आपके पास काफी कुछ कहने को है और आपकी शैली ऐसी है कि सब सुनना चाहेंगें। मैं मनीष तिवारी हिंदी अनुवादक के पद पर भारत संचार निगम लिमिटेड में कार्यरत हूँ और अनुवाद के साथ साथ लेखन से भी जुड़ा हूँ। कुछ दैनिक अखबारों में भी प्रकाशित हुए हैं। मूलतः लोगो की चेतना जागृत करना चाहता हूँ। मैं प्रकाशित लेख संलग्न कर रहा हूँ। अपना विचार बताएँ कि मैं आपसे जुड़ने लायक भी हूँ या नहीं। मेरी सेवा भी कबूल करें।

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  18. काफी अच्छा है। मुझे भी शामिल करें।

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