कमाल का टाइटल है, है ना? मेरा ब्लॉग सुनो, भला ऐसा भी होता है क्या ब्लॉग पढ़ा तो जाता है पर सुना भी जाता है क्या?
आपके इस प्रश्न का मेरा उत्तर है हाँ, क्यूँ नहीं ब्लॉग भी सुना जा सकता है बशर्ते उसे कोई सुनाने बाला हो। तो सवाल यह है कि कोई सुनाएगा क्यूँ? पर उससे पहले सवाल यह है कि कोई सुनाये ही क्यूँ? अच्छा एक बात बताइये आपकी जिन्दगी की पहली कहानी आपने पढी थी या सुनी थी? भई मैंने तो सुनी थी, पढी तो उसके लगभग ४-५ साल बाद थी :)
अब मेरा दूसरा सवाल यह है कि आपको कहानी सुनने में ज्यादा मजा आता है या पढने में? आपका मुझे नहीं पता पर मुझे सुनने में मजा ज्यादा आता है, चाहे वो मैं मेरे गाँव के बुजुर्गों से सुनूँ या मेरे पापा जी से, और सुनने का यह मजा कहानी तक ही सीमित नहीं है, कविता सुनने का मजा तो उसे पढने के मुकाबले बहुत ज्यादा होता है।
जब हम कोई कहानी और कविता किसी से सुनते हैं तो उसमें रस ही अलग होता है, और कविता पढने में तो कई बार अर्थ का अनर्थ ही हो जाता है, किस्से हमेशा से ही सुने जाते रहे हैं, चुटकुले पढने में वह मजा कभी नहीं आता जो उसे सुनने-सुनाने में आता है।
अब आप कहेंगे कि मैं सुनने-सुनाने की इतनी वकालत क्यूँ कर रहा हूँ? वो इसलिए क्यूंकि मुझे इसमें फायदा दिखाई दे रहा है। किस तरह का फायदा? अभी बता देता हूँ-
हिन्दी का फायदा- हिन्दी में आप लिखते हैं, मैं भी हिन्दी में लिखता हूँ। कुछ ब्लोगिंग प्लेटफोर्म की मदद से हमारे हिन्दी के यह ब्लॉग सालों-साल यहाँ रहने बाले हैं, यह भी अच्छी बात है। पर हमारे ब्लॉग ब्लोगरों के अलावा कितने लोग पढ़ते हैं? शायद ५०-१०० लोग और पढ़ लेते होंगे। इसके पीछे और भी कई कारण हो सकते हैं पर एक कारण यह भी है कि पूरा भारत हिन्दी पढ़ नहीं पाता, मैं ऐसा इसलिए कह सकता हूँ क्यूंकि मेरे हिन्दी के वीडियो ट्यूटोरियल भारत के हर राज्य से खरीदे जाते हैं, जिनमे टेक्स्ट इंग्लिश में लिखा होता है और मेरी आवाज हिन्दी में होती है, एक बार मैंने अपने वीडियो में हिन्दी में लिखा भी और आवाज भी हिन्दी में रखी तो मेरे वीडियो पर कमेन्ट कुछ इस तरह से आये
आपके इस प्रश्न का मेरा उत्तर है हाँ, क्यूँ नहीं ब्लॉग भी सुना जा सकता है बशर्ते उसे कोई सुनाने बाला हो। तो सवाल यह है कि कोई सुनाएगा क्यूँ? पर उससे पहले सवाल यह है कि कोई सुनाये ही क्यूँ? अच्छा एक बात बताइये आपकी जिन्दगी की पहली कहानी आपने पढी थी या सुनी थी? भई मैंने तो सुनी थी, पढी तो उसके लगभग ४-५ साल बाद थी :)
अब मेरा दूसरा सवाल यह है कि आपको कहानी सुनने में ज्यादा मजा आता है या पढने में? आपका मुझे नहीं पता पर मुझे सुनने में मजा ज्यादा आता है, चाहे वो मैं मेरे गाँव के बुजुर्गों से सुनूँ या मेरे पापा जी से, और सुनने का यह मजा कहानी तक ही सीमित नहीं है, कविता सुनने का मजा तो उसे पढने के मुकाबले बहुत ज्यादा होता है।
जब हम कोई कहानी और कविता किसी से सुनते हैं तो उसमें रस ही अलग होता है, और कविता पढने में तो कई बार अर्थ का अनर्थ ही हो जाता है, किस्से हमेशा से ही सुने जाते रहे हैं, चुटकुले पढने में वह मजा कभी नहीं आता जो उसे सुनने-सुनाने में आता है।
अब आप कहेंगे कि मैं सुनने-सुनाने की इतनी वकालत क्यूँ कर रहा हूँ? वो इसलिए क्यूंकि मुझे इसमें फायदा दिखाई दे रहा है। किस तरह का फायदा? अभी बता देता हूँ-
हिन्दी का फायदा- हिन्दी में आप लिखते हैं, मैं भी हिन्दी में लिखता हूँ। कुछ ब्लोगिंग प्लेटफोर्म की मदद से हमारे हिन्दी के यह ब्लॉग सालों-साल यहाँ रहने बाले हैं, यह भी अच्छी बात है। पर हमारे ब्लॉग ब्लोगरों के अलावा कितने लोग पढ़ते हैं? शायद ५०-१०० लोग और पढ़ लेते होंगे। इसके पीछे और भी कई कारण हो सकते हैं पर एक कारण यह भी है कि पूरा भारत हिन्दी पढ़ नहीं पाता, मैं ऐसा इसलिए कह सकता हूँ क्यूंकि मेरे हिन्दी के वीडियो ट्यूटोरियल भारत के हर राज्य से खरीदे जाते हैं, जिनमे टेक्स्ट इंग्लिश में लिखा होता है और मेरी आवाज हिन्दी में होती है, एक बार मैंने अपने वीडियो में हिन्दी में लिखा भी और आवाज भी हिन्दी में रखी तो मेरे वीडियो पर कमेन्ट कुछ इस तरह से आये
पर ये लोग हिन्दी को सुन कर समझ लेते हैं ( यह शायद हमारी फिल्मों की मेहरबानी है ). तो हम यदि ब्लॉग को सुना सकें तो हम अपनी बात को और ज्यादा लोगों तक पहुंचा सकते हैं। यदि हम ऐसा कर पाए तो हो सकता है वह बीता हुआ किस्से-कहानियों का दौर फिर से लौट आये :)
ब्लोगरों का फायदा: ब्लोगरों के लिए असली फायदा तो यही है कि हमारी बात ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे पर आर्थिक फायदा भी हो सकता है जो इस समय हिन्दी के ब्लॉग से नहीं हो पा रहा है।
कैसे सुना सकते हैं हम अपने ब्लॉग को? अपने ब्लॉग को सुनाने का तरीका बहुत आसान है, आप सभी के पास कम्प्युटर है, कुछ ब्लोगरों के पास तो स्मार्ट-फोन भी है, तो अपनी अपनी डिवाइस में अपने ब्लॉग को पढ़ते हुए ऑडियो रिकोर्ड कर लीजिये, रिकोर्ड करते समय अपने ब्लॉग को वैसे ही पढ़िए जैसे आप किसी को अपना लेख सुना रहे हों। बस हो गया काम आपके पास एक mp३ फ़ाइल आ जायेगी, अब अगली समस्या है की इस ऑडियो फ़ाइल का क्या किया जाए? कैसे इसे अपने ब्लॉग पर अटैच करें जिससे लोग ब्लॉग को पढने के साथ-साथ सुन भी सकें।
इस ऑडियो फ़ाइल को अटैच करने की समस्या नई नहीं है, यह ब्लोगरों के लिए हमेशा से सरदर्द रहा है। कुछ ब्लोगर divshare का प्रयोग करते हैं पर अभी कुछ माह से divshare में कुछ समस्या आ रही है, इसके आलावा बहुत सी ऐसी वेबसाईट हैं जो ऑडियो फ़ाइल को शेयर करने की सुविधा देतीं हैं पर समस्या यह है की इनमें से अधिकतर मुफ्त नहीं हैं, और जो रुपये लेतीं है वो भी माह के हिसाब से लेतीं हैं और वो भी डॉलर में, जिससे ब्लोगरों की समस्या बढ़ जायेगी।
इस समस्या का समाधान मैंने करने की कोशिश की मेरे VPS में 50GB स्पेस है जिसमें से सिर्फ 20GB ही मैं प्रयोग में ला पाता हूँ कुछ माह पहले मैंने सोचा की क्यूँ ना मैंने अपने सर्वर पर ऑडियो फ़ाइल को रखने की सुविधा ब्लोगरों को दे दूं, तो थोडा प्लान करके मैंने merablogsuno.com नाम से एक डोमेन नेम बुक करवा लिया और वेबसाईट भी तैयार कर ली, अभी इस पर सिर्फ 10 ऑडियो ही अपलोड हो पाए थे की सर्वर की मेमोरी कम पड़ने लगी क्यूंकि यह ऑडियो स्ट्रीम हो रहे थे, मुझे यह तो पता था कि सर्वर पर लोड बढेगा पर इतनी जल्दी जबाब दे जायेगा इसकी उम्मीद नहीं थी।
सर्वर के जबाब देने के बाद मैं फिर वहीँ आ गया जहाँ से चला था यानी कि समस्या अब भी जस की तस ऑडियो को कहाँ रखा जाए जिससे ब्लॉग पर उसको अटैच किया जा सके और साथ ही लम्बे समय तक कोई समस्या न आये। बहुत से ऑप्शन तलाशने के बाद भी मैं संतुष्ट नहीं हुआ। आखिरकार इस समस्या का एक समाधान मुझे मिला जो थोडा टेढ़ा है पर क्या हुआ, आखिर जूही भी कह चुकीं हैं की टेढ़ा है पर मेरा है :)
ऑडियो ब्लोगिंग के लिए टेढ़ा आइडिया
- ऑडियो बनायें,
- ऑडियो को किसी वीडियो एडिटर में खोलें, अपने ऑडियो से सम्बंधित एक इमेज को चुनें (एक से ज्यादा भी चुन सकते हैं, इमेज का आकार 1280 x 720 px हो तो बेहतर है),
- अब इन इमेज और ऑडियो को जोड़ कर एक वीडियो बना लें
- इस वीडियो को यू-ट्यूब पर पोस्ट करें
इस तरीके से मैंने अर्चना चाव जी का एक ऑडियो यू-ट्यूब पर पोस्ट किया नतीजा ये रहा-
है ना मजेदार? अगर सभी ऑडियो इस तरह से पोस्ट किये जाएँ तो हमें किसी और सर्विस के लिए रुपये नहीं खर्च करने पड़ेंगे। अब जो बाकी काम रह गया वो इन सभी पोडकास्ट को ब्लोगरों की किसी वेबसाईट पर दिखाने का तो वो तो मैं वैसे भी कर ही रहा हूँ- देखिये merablogsuno.com
ये तो ऑडियो की समस्या का समाधान हो गया अब एक और समस्या का समाधान करते हैं जो है ब्लोगरों का छोटे-छोटे समूह में बंट जाना। यदि आप पोडकास्ट बनाते हैं या बनाना चाहते हैं तो आप यह ऊपर बताये गए तरीके से यह काम कर सकते हैं, पर मैं चाहता हूँ की हम ग्रुप में यह काम करें मतलब हम एक ही यू-ट्यूब चैनल बनाएं, एक ही वेबसाईट पर सभी पोडकास्ट पोस्ट की जाएँ, जिससे हम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी पोडकास्ट पहुंचा सकें।
एक यू-ट्यूब चैनल होगा तो ज्यादा से ज्यादा सब्स्क्राइबर होंगे। एक वेबसाईट होगी तो पाठक एक ही जगह पर सभी पोडकास्ट सुन / देख सकते हैं। मार्केटिंग / मेंटेनेंस में खर्च कम होगा और साथ ही एड मिलने की संभावना भी बढ़ जायेगी।
इस मामले में आपका क्या कहना है?
yogendra ji vastav me aapki ye post bahut gyanvardhak hai aur hame bhi kuchh samjhdari bhara nirnay lene ko prerit kar rahi hai . आपको होली की हार्दिक शुभकामनायें vaise ek bat main bhi sunaoon ki mujhe kahani padhna jyada pasand hai . शख्सियत होने की सजा भुगत रहे संजय दत्त :बस अब और नहीं . .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MAN
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
हटाएंधन्यवाद शालिनी जी, आपकी होली भी रंगमय हो :)
हटाएंनमस्कार सर, जी -
हटाएंमैने एक ब्लाग वेस्टीज प्रोडक्ट.ब्लागस्पाट.काम के नाम से बनाया है इसके
सभी पोस्ट को मैं लिंक विदिन.काम में कैसे एड करूं ।
मेरे ब्लाग लिंक निम्न है -
http://vestigeproduct.blogspot.com/2013/04/immunity-boost-3.html
http://vestigeproduct.blogspot.com/2013/04/immunity-boost-4.html
http://vestigeproduct.blogspot.com/2013/04/joints-and-bones-health-2.html
http://vestigeproduct.blogspot.com/2013/04/glycemic-health-a.html
http://vestigeproduct.blogspot.com/2013/04/glymic-health-b.html
http://vestigeproduct.blogspot.com/2013/04/joints-and-bones-1.html
http://vestigeproduct.blogspot.com/2013/04/detox-and-rejuvenation.html
http://vestigeproduct.blogspot.com/2013/04/cardio-care-l-arginine.html
http://vestigeproduct.blogspot.com/2013/04/nutrtionalproduct.html
http://vestigeproduct.blogspot.com/2013/04/weight-management-sliming-patch-capsule.html
http://vestigeproduct.blogspot.com/2013/04/health-care_2.html
http://vestigeproduct.blogspot.com/2013/04/personal-care_1.html
http://vestigeproduct.blogspot.com/2013/04/agri-82.html
http://yogendra-soft.blogspot.in/2013/03/blog-post.html
my contact no-09303810546
आपका विचार बहुत अच्छा है। सुनाने से बहुत समय बच सकता है पाठक का, पर जहाँ इण्टरनेट थोड़ा धीरे चलता है, वहाँ तनिक समस्या हो जायेगी।
जवाब देंहटाएंयह तो है, जहाँ इंटरनेट धीरे चलता है वहां पर इसके मजे नहीं लिए जा सकते लेकिन अगर २-३ साल बाद की बात करें तो जिस तरह से इंटरनेट के रेट कम हो रहे हैं मुझे लगता है की हर व्यक्ति के पास मोबाइल में भी अच्छी स्पीड का नेट होगा.
हटाएंआपको होली की हार्दिक शुभकामनाएं
"...इस ऑडियो फ़ाइल को अटैच करने की समस्या नई नहीं है, यह ब्लोगरों के लिए हमेशा से सरदर्द रहा है। कुछ ब्लोगर divshare का प्रयोग करते हैं पर अभी कुछ माह से divshare में कुछ समस्या आ रही है, ..."
जवाब देंहटाएंआपका कहना सही है.
यूट्यूब का आइडिया सही है, परंतु इसमें एक झंझट है कि आपको वीडियो एडीटर से इसे एडिट करना होगा.
एक और आइडिया ये है कि आर्काइव.ऑर्ग में ऑडियो अपलोड करें. यह साइट भी मुफ़्त है, और इसे एक गैरलाभकारी संस्था चलाती है तो यह कभी बंद नहीं होगी. पिछले दो-तीन वर्षों से मैं इसका प्रयोग कर रहा हूँ, और यह वाकई अच्छा है.
यदि एक से ज्यादा इमेज जोड़नी हैं तो वाकई एक वीडियो एडिटर का प्रयोग करना पड़ेगा, पर एक इमेज जोड़ने के लिए कुछ ख़ास नहीं करना पड़ेगा क्यूंकि कई वेबसाईट यह सुविधा देती हैं, वो इमेज और ऑडियो फ़ाइल लेतीं हैं और सीधे यू-ट्यूब पर वीडियो अपलोड कर देती हैं|
हटाएंज्यादा इमेज जोड़ कर बनाये गए ऑडियो को सुनने का मजा काफी बढ़ जाता है|
आर्काइव.ओर्ग के बारे में जानकारी देने के लिए धन्यवाद
अच्छा आइडिया है आपका। इसे भी कभी आजमा कर देखेंगे। आभार :)
जवाब देंहटाएंनये लेख : भगत सिंह, 20 रुपये के नये नोट और महिला कुली।
विश्व जल दिवस (World Water Day)
विश्व वानिकी दिवस
"विश्व गौरैया दिवस" पर विशेष।
बहुत बहुत धन्यवाद हर्षवर्धन जी जो आपको मेरा आइडिया पसंद आया,
हटाएंएक छोटी सी जानकारी देता हूँ बुरा मत मानियेगा, २ से ज्यादा लिंक यदि किसी कमेन्ट में हो तो ब्लोगर उसको स्पैम चिन्हित कर देता है, इसलिए कमेन्ट में ज्यादा से ज्यादा २ लिंक दें
बताने के धन्यवाद योगेन्द्र जी।
हटाएंदिव्शेयर काफी अच्छी साईट है.मैं २००८ से प्रयोग कर रही हूँ मुझे अभी तक कोई समस्या नहीं आई.
जवाब देंहटाएंआप का बताया यह सुझाव भी आजमाया हुआ है,अच्छा है लेकिन समय लेता है.