हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं की कंप्यूटर को सीखने के लिए कोचिंग से अच्छा कोई तरीका नहीं है| पर क्या वास्तव में ऐसा है? कोचिंग आपको किताबों की तरह से स्वतंत्रता नहीं दे सकती| आप किताब को दिन-रात सुबह-शाम जब मन करे पढ़ सकते हैं पर क्या आप कोचिंग में कभी भी जा सकते हैं? नहीं| आप कोचिंग में एक निश्चित समय पर ही जा सकते हैं, उसके अलावा कोचिंग सेण्टर में आप प्रवेश नहीं पा सकते|
एक और बात है जो की कोचिंग को किताबों से अलग करती है वो है "फीस"| आप किताब को खरीदने के लिए या फिर कहा जा सकता है की किताब से सीखने के लिए सिर्फ एक बार फीस देते हैं| अगर किताब से आपको एक बार में कोई चीज़ समझ में नहीं आ रही है तो आप उसको बार बार पढ़ सकते हैं पर कोचिंग ख़त्म होने के बाद आप उसी चीज़ को दुबारा सीखने की दुबारा फीस देंगे|
इसके अतिरिक्त यदि आप बीमार हैं, आपको किसी शादी में जाना है या आपके घर में कोई काम है तो आप अपने उस काम को कर सकते हैं बिना इस बात की चिंता किये की आपका आज का पाठ छूट जायेगा क्यूंकि आप उसको समय मिलने पर किताब से पढ़ सकते हैं| पर कोचिंग में ऐसा नहीं हो सकता आपका जो पाठ आपके किसी जरूरी काम की वजह से छूट गया उसको आप दुबारा नहीं कर सकते|
हर स्टुडेंट का पढने और समझने की गति अलग अलग होती है| किताब से हर स्टुडेंट अपने हिसाब से पढता है, अपनी गति से पढता है पर कोचिंग में आप उस गति से पढ़ते हैं जिस गति से Teacher पढाना चाहता है| जिससे कुछ स्टूडेंट्स को तो समझ में ही नहीं आता की क्या पढाया जा रहा है और कुछ को लगता है की बहुत ही धीरे पढाया जा रहा है और दोनों ही तरह के स्टूडेंट्स की रूचि ख़त्म हो जाती है|
कोचिंग में आने-जाने का टाइम भी लगता है जवकि किताब से पढ़ते समय आप आने जाने में व्यय होने वाले समय को और ज्यादा सीखने में लगा सकते हैं|
किताब से सीखने के लिए आप एक बार फीस देते हैं और आपके घर का हर सदस्य सीख सकता है| कोचिंग में आपको हर सदस्य के लिए अलग अलग फीस चुकानी होगी|
एक मुख्य बात और है जो की सिर्फ इंग्लिश भाषा की जानकारी ना रखने वालों के लिए है| ज्यादातर किताबें (कंप्यूटर सम्बंधित) इंग्लिश में ही प्रकाशित होती हैं हिंदी में प्रकाशित होने वाली किताबें पहले तो बहुत ही कम प्रकाशित होती हैं और अगर प्रकाशित होती भी है तो उसकी गुणवत्ता इंग्लिश की किताबों की तरह नहीं होती| इसलिए कोचिंग का सहारा लेना कुछ स्टूडेंट्स की मजबूरी भी होती है| इसके अतिरिक्त किताबों से सीखना कोचिंग से सीखने के मुकाबले बहुत धीरे होता है|
इस तरह अगर देखा जाये तो सीखने के दोनों ही माध्यमों की अपनी-अपनी खूबियाँ और कमजोरियां हैं|
सीखने का एक माध्यम ऐसा भी है जो किताबों और कोचिंग दोनों की ही खूबियाँ आपको देता है और वो माध्यम है "विडियो". विडियो सीखने का एक ऐसा माध्यम है जो आपको किताबों की सभी खूबियाँ मिलेंगी जैसे की-
- आप अपनी गति से पढ़ सकते हैं|
- पाठ छूटने का कोई डर नहीं क्यूंकि विडियो आपके पास है जिसे आप जब चाहे तब देख सकते हैं|
- विडियो को आप एक बार खरीदेंगे और बार बार देख सकते हैं, अपने घर के सदस्यों को भी दिखा सकते हैं|
- विडियो में आप किसी भी काम को Teacher की आवाज के साथ कंप्यूटर पर होता हुआ देख तथा सुन सकते हैं, जैसा की आप कोचिंग में देखते और सुनते हैं|
- किताबों के मुकाबले तेज गति से सीख सकते हैं|
- विडियो आपकी अपनी भाषा में भी हो सकते हैं|
- कोचिंग आने-जाने में लगने वाला समय बचता है|
- मनुष्य का दिमाग देखी और सुनी हुई चीज़ों को पढ़ी हुई चीज़ों से ज्यादा याद रखता है| इस बात का फ़ायदा भी आपको विडियो से मिलेगा|
- पढ़ते समय ध्यान ज्यादा लगाना पड़ता है पर देखते हुए उतना ध्यान देने की जरूरत नहीं होती|
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यदि आप और भी कुछ जानना चाहते हैं तो मुझे मेल कर सकते हैं yogendra.pal3@gmail.com पर|
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इस जगत में आपका स्वागत है ।
जवाब देंहटाएंनवरात्र की मंगल कामनाएँ.
जवाब देंहटाएंआपका हिन्दी चिट्ठाजगत में हार्दिक स्वागत है. आपके नियमित लेखन के लिए अनेक शुभकामनाऐं.
एक निवेदन:
कृप्या वर्ड वेरीफीकेशन हटा लें ताकि टिप्पणी देने में सहूलियत हो. मात्र एक निवेदन है बाकि आपकी इच्छा.
वर्ड वेरीफिकेशन हटाने के लिए:
डैशबोर्ड>सेटिंग्स>कमेन्टस>Show word verification for comments?> इसमें ’नो’ का विकल्प चुन लें..बस हो गया..कितना सरल है न हटाना और उतना ही मुश्किल-इसे भरना!! यकीन मानिये!!.
हुज़ूर आपका भी एहतिराम करता चलूं.........
जवाब देंहटाएंइधर से गुज़रा था, सोचा, सलाम करता चलूं....
आपके तकनिकी ब्लाग का बहुत बहुत स्वागत है ।
जवाब देंहटाएंभविष्य के लिये ढेर सारी शुभकामनायें.
गुलमोहर का फूल
अच्छी कोशिश है आपकी .. ब्लाग जगत में स्वागत है आपका .. भविष्य के लिए ढेर शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंthank u. narayan narayan
जवाब देंहटाएंthank u.narayan narayan
जवाब देंहटाएंअच्छा प्रयास उम्मीद है आगे भी हमे अच्छी अच्छी जानकारियाँ मिलेगी
जवाब देंहटाएंआपका स्वागत है
" plz apna blog dekhe ....mere sathiyo dwra di gayi tippani ki bhasha badl gayi hai use sudhare"
जवाब देंहटाएं" mere any blogger bhaiyo ki tippani ko sudhar do bhaiya ....aap apne blog per aati hui comment nahi dekhte ho kya ..."
----- eksacchai { AAWAZ }
http://eksacchai.blogspot.com
sir mujhe to bhasha me koi badlaab nahi lag raha hai. aap kiske dwara di gayi tippadi ki baat kar rahe hain?
जवाब देंहटाएंbandhu,apna blog ka link bhej denge kya?sasneh,
जवाब देंहटाएंdr.bhoopendra
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